Sahibganj: जिले के बोरियो अंचल में अवैध पत्थर उत्खनन के गंभीर आरोपों को लेकर राज्य की सियासत में हलचल मच गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस मामले पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर पत्थर माफिया सत्यनाथ साह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
राज्य सरकार को राजस्व नुकसान पहुंचाने का आरोपः
मरांडी ने अपने पत्र में लिखा है कि सत्यनाथ साह को 2017 में जिला खनन पदाधिकारी एवं उपायुक्त साहेबगंज द्वारा चार एकड़ भूमि पर पत्थर खनन का लीज प्रदान किया गया था। जिसकी वैध अवधि 18 फरवरी 2017 से 17 फरवरी 2027 तक है। लेकिन आरोप है कि सत्यनाथ साह ने लीज क्षेत्र के अलावा लगभग 20 एकड़ अतिरिक्त जमीन पर अवैध उत्खनन कर करीब 200 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान राज्य सरकार को पहुंचाया है।
जांच में अवैध खनन की पुष्टिः
मरांडी ने पत्र में बताया कि बोरियो प्रखंड उपप्रमुख कैलाश प्रसाद द्वारा इस अवैध उत्खनन की शिकायत उपायुक्त साहेबगंज को की गई थी। इसके बाद उपायुक्त के निर्देश पर अनुमंडल पदाधिकारी साहेबगंज की अध्यक्षता में दो सदस्यीय जांच टीम गठित की गई थी। जिसने मौके पर मापी कर यह पुष्टि की कि लीजधारक ने अधिक क्षेत्र में अवैध खनन किया है।
पत्र में कहा गया है कि जांच रिपोर्ट में स्पष्ट प्रमाण मिलने के बावजूद जिला खनन पदाधिकारी (DMO) और थाना प्रभारी ने किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की। उल्टे, आरोप है कि दोनों अधिकारियों ने निजी स्वार्थ में लीजधारक को संरक्षण दिया।
धमकी और झूठा केस करने का आरोपः
बाबूलाल मरांडी ने यह भी आरोप लगाया है कि सत्यनाथ साह के पुत्र रोहित कुमार साह ने विरोध करने वाले उपप्रमुख कैलाश प्रसाद के खिलाफ एक फर्जी प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराई, जिसके बाद तत्कालीन थाना प्रभारी ने उन्हें हाजत में बंद कर दिया और धमकी दी कि अगर अवैध खनन का विरोध जारी रखा तो अंजाम बुरा होगा।
कार्रवाई करने की मांगः
मरांडी ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि सत्यनाथ साह पर तत्काल कार्रवाई की जाए। अवैध उत्खनन से हुए राजस्व नुकसान का आकलन कर वसूली की जाए। जिले में चल रहे अवैध खनन पर तुरंत रोक लगाई जाए।शिकायतकर्ता कैलाश प्रसाद को जान-माल की सुरक्षा प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार इस पर शीघ्र और निष्पक्ष कार्रवाई नहीं करती, तो भाजपा इसे बड़े आंदोलन के रूप में उठाएगी।
रिपोर्टः मदन सिंह
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