सेंट्रल सर्वर में पिन कोड की मैपिंग ना होने के कारण 82 गांवों की बढ़ी परेशानी

कैमूर : दो वर्ष पूरे होने को है फिर भी जिले के कुदरा प्रखंड स्थित लालापुर उप डाकघर विभागीय लापरवाही से लोगों का समय पर पत्राचार नहीं होने से हज़ारों युवक लाभन्वित नहीं हो पा रहे हैं।
जबकि पत्राचार के पता में पिन कोड यानी पोस्टल इंडेक्स नंबर का महत्व किसी से छुपा नहीं है। सही गंतव्य तक जल्दी पहुंचने के लिए छह अंकों के पिन कोड के साथ संपर्क नंबर भी जरूरी है। बावजूद इसके प्रचार प्रसार व जानकारी के अभाव में लोग लालापुर उप डाकघर का नया पिन का उपयोग नहीं कर पा रहे है।

इस संबंध में आरटीआई कार्यकर्ता रमेश कुमार ने बताया कि कुदरा प्रखंड अंतर्गत लालापुर में नए उप डाकघर कुदरा आरएस लालापुर के दो वर्ष होने को हैं। पर इस डाकघर के पिन कोड 821114 के जानकारी के अभाव में लोग उपयोग नहीं कर रहे जिससे पत्र मिलने में विलंब होता है। कभी-कभी अनसिफिशिएंट एड्रेस के वजह से पत्र वापस हो जाता है। विदित हो कि आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, न्यायालय, नौकरी और बैंक से संबंधित कोई कागजात डाक के माध्यम से ही हम लोगों तक पहुंचता है। पिन कोड गलत रहने से डाकिया को पत्र पहुंचने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

जागरूकता के उद्देश्य से पिन कोड 821114 उपडाकघर से जूड़े 10 शाखा डाकघर में टोटल 84 गांवों को पोस्टल पिन कोड से हो रही परेशानी। नए पिन कोड सिर्फ डाकघर तक ही सीमित है।
उप डाकपाल सुरेश राम द्वारा बताया गया कि डाकघर में जीवन बीमा, बचत खाता, आवर्ती जमा, डाक टिकट, रेवेन्यू टिकट, पोस्टल आर्डर, स्पीड पोस्ट और रजिस्ट्री संबंधी सभी सेवाएं उपलब्ध है। सात मई 2021 को जानकारी देने के बाद भी नए पिन कोड का मैपिंग नहीं होने के कारण डेटाबेस सभी जगह उपलब्ध नहीं हो पाया है। जिसके कारण आधार कार्ड पैन कार्ड गूगल मैप, बैंकिंग, रेलवे, राज्य और केंद्र सरकार द्वारा जारी पत्र में इस पिन कोड का उल्लेख नहीं किया जाता।

विवेक कुमार सिन्हा की रिपोर्ट

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