डिजिटल डेस्क : नई दिल्ली स्टेशन के भगदड़ हादसे पर सवालों के घेरे में रेलवे प्रशासन, मौका मुआयना करेंगे रेल मंत्री। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बीते शनिवार को रात को महाकुंभ जाने के लिए प्रयागराज को जाने वाली ट्रेनों में चढ़ने के दौरान यात्रियों में मची भगदड़ से हुए हादसे में 18 लोगों की मौत के मामले में रेलवे प्रशासन सवालों के घेरे में है।
Highlights
हादसे को लेकर अब तक सामने आए ब्योरे के बाद मुख्य रूप से 5 सवाल तो कॉमन रूप से उभर हैं। पहला कि रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के हालात क्यों बने? दूसरा कि, वक्त पर भीड़ कंट्रोल क्यों नहीं किया गया? तीसरा कि भीड़ को देखते हुए इंतजाम क्यों नहीं थे?
चौथा और अहम सवाल कि दो स्पेशन ट्रेनें क्यों रद्द की गई ऐन वक्त पर? आखिरी लेकिन अहम बिंदु कि प्लेटफॉर्म बदलने पर लोगों की आवाजाही का इंतजाम क्यों नहीं था?
फिलहाल मामले की जांच के लिए उ च्चस्तरीय जांच टीम का गठन किया गया है। घटनास्थल पर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार, आरपीएफ के महानिदेशक समेत कई अधिकारी पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के लिए निकलने की तैयारी में हैं। वहां वह हादसे वाली की जगह का जायजा लेंगे।
भगदड़ हादसे में रही रेलवे प्रशासन की चूक एकनजर में…
इस संबंधी सच अब रविवार को परत-दर-परत रेलवे प्रशासन की पूरे मामले में रही चूक की ओर खुलकर संकेत कर रहा है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन शाम को आठ बजे के बाद प्रयागराज के लिए अधिकतर ट्रेनें रवाना होती हैं। ये ट्रेन प्लेटफार्म नंबर 12 से लेकर प्लेटफार्म नंबर 16 के बीच के सभी प्लेटफार्म पर से रवाना की जाती हैं। रात 8 बजे से जब ट्रेन जाने का सिलसिला शुरू होता है, उसके पहले से ही प्लेटफार्म पर भीड़ भी बढ़ने लगती है।
महाकुंभ को लेकर पिछले कुछ दिनों से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर से प्रयागराज जाने वालों की भीड़ लगातार बढ़ रही है। बीते शनिवार को भी शाम से ही स्टेशन पर भीड़ लगातार बढ़ रही थी मगर वहां पर न तो रेलवे की तरफ से और न ही रेलवे पुलिस की तरफ से सुरक्षा के कोई इंतजाम किए गए थे।
खास बात यह कि इन प्लेटफार्म पर इक्का-दुक्का ही पुलिस वाले नजर आ रहे थे, जबकि जिस तरह से भीड़ वहां बढ़ रही थी तो हर प्लेटफार्म पर कम से कम 30 से 40 पुलिसकर्मी तैनात होने चाहिए थे, वहीं रेलवे के कर्मचारी भी नदारद थे। लापरवाही का आलम यह भी रहा कि जो लोग इस घटना में घायल हुए थे, उनको अस्पताल पहुंचने में भी काफी देरी हुई, क्योंकि रेलवे स्टेशन पर केवल एक ही एंबुलेंस उपलब्ध थी जबकि इस माहौल में वहां पर एंबुलेंस की संख्या नहीं बढ़ाई गई।
प्रशासन की भी नींद तब खुली जब लोकनायक पहुंचे घायलों में 18 लोगों की मौत की पुष्टि हुई। इसके बाद आननफानन में रेलवे स्टेशन पर 50 के करीब एंबुलेंस भेजी गईं। एनडीआरएफ, पुलिस और अन्य एजेंसियां रेलवे स्टेशन पर पहुंचीं। सवाल उठ रहा है कि इंतजाम को पहले क्यों नहीं किए गए जबकि भीड़ बढ़ रही थी?


हादसे से पहले प्लेटफार्म नंबर 14 की ओर लपकी भीड़ तो मची भगदड़…
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, विशेष ट्रेन पकड़ने के लिए लपकी भीड़ की वजह से हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि प्रयागराज जाने वाली दो ट्रेनों को रद्द कर दिया गया। ऐसे में भीड़ प्लेटफॉर्म पर बढ़ गई। प्रयागराज जाने वाली दो ट्रेन पहले से लेट चल रही थी। उनकी भीड़ के अलावा अन्य लोगों की भीड़ रेलवे स्टेशन पर मौजूद थी।
उस दौरान एक विशेष ट्रेन की घोषणा हुई और सभी नई ट्रेन में सवार होने के लिए भागे। महज 15-20 मिनट के भीतर रेलवे स्टेशन पर भीड़ बढ़ गई। इस बीच प्रयागराज जाने के लिए एक विशेष ट्रेन का ऐलान किया गया। इसी दौरान भीड़ ट्रेन में सवार होने के लिए प्लेटफॉर्म नंबर-14 पर लपकी।
बताया जा रहा है कि प्रयागराज जाने वाली दो ट्रेनों के रद्द होने के बाद प्लेटफाॅर्म नंबर 14 पर मौजूद हजारों यात्री बेचैन हो गए। इस बीच एक अन्य ट्रेन वहां से निकली तो धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इससे वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस बीच प्लेटफार्म आने वाले श्रद्धालुओं का सिलसिला निरंतर जारी रहा।
धक्का मुक्की से बचने के लिए कुछ लोगों ने तेजी से सीढि़यां चढ़ने का प्रयास किया, लेकिन वहां से आने वाली भीड़ के चलते वह ऐसा नहीं कर सके। परिणामस्वरूप कई लोग एक दूसरे पर चढ़ गए। इस दौरान उमड़ी भीड़ का अंदाजा न तो रेलवे अधिकारी लगा पाए और न ही आरपीएफ के अधिकारी।
लोगों की भारी भीड़ फुटओवर ब्रिज, सीढ़ियों और प्लेटफॉर्म पर जुटने लगी। इस दौरान धक्का-मुक्की के बीच भगदड़ मच गई और हादसा हो गया। पुलिस उपायुक्त केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि जब तक स्थिति को काबू किया गया तब तक कई की जान चली गई थी।
दूसरी ओर, रेलवे की तरफ से ट्रेन रद्द करने की बात से साफ इंकार किया जा रहा है। बल्कि कहा तो यह जा रहा है कि चार स्पेशल ट्रेन चलाई गई। घटना के बाद काफी देर तक इस मामले में रेलवे की ओर से आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई।


भगदड़ को लेकर उठे सवाल तो नॉर्दर्न रेलवे ने हादसे पर जारी किया बयान…
सभी जानते हैं कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे मॉनिटरिंग की जाती है। स्टेशन के हर प्लेटफार्म की लाइव DRM अपने ऑफिस में देखते हैं। इसके बावजूद स्टेशन पर वह भीड़ को नहीं देख सके।
वही दूसरी तरफ से रेलवे की ओर से लगातार जनरल टिकट दिए गए। इससे भी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ का होना समझा जा सकता है। मिली जानकारी के मुताबिक, नई दिल्ली स्टेशन पर हर घंटे रेलवे ने करीब 1500 जनरल टिकट बेचे।
उम्मीद से ज्यादा भीड़ पहुंचने से स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और भगदड़ मच गई। कई लोगों ने बताया कि उनके पास कंफर्म टिकट था, लेकिन इसके बाद भी वो ट्रेन में नहीं चढ़ पाए। वहीं जनरल टिकट वाले हजारों लोग बिना टिकट के ही ट्रेन में चढ़ गए। भारी भीड़ के कारण यात्रियों ने एक-दूसरे को धक्का दे दिया, जिससे कुछ यात्रियों को चोटें आईं।
रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने कहा कि – ‘…आम तौर पर टिकट विंडो पर भीड़ को देख कर विशेष ट्रेनें का संचालन किया जाता है। शनिवार को अधिक भीड़ को लेकर कोई इनपुट नहीं था और न ही टिकट विंडो पर भीड़ थी। ऐसे में विशेष ट्रेनों की व्यवस्था नहीं की गई।
…बाद में भीड़ बढ़ी तब अतिरिक्त ट्रेन चलाई गईं। उन्होंने बताया कि यात्रियों की संख्या अपेक्षाकृत बहुत अधिक थी, इसलिए चार और विशेष ट्रेनें चलाईं। सूचना मिली कि कुछ लोग बेहोश हो गए हैं उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुछ समय के लिए रेलवे स्टेशन पर प्रवेश रोका गया था, लेकिन अब स्थिति नियंत्रण में है।
…मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, और यात्रियों को विशेष ट्रेन से भेज दिया गया है। रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों की आवाजाही अब सामान्य है।’
भगदड़ हादसे को लेकर नॉर्दर्न रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु उपाध्याय ने हादसे की प्रारंभिक वजह बताई है। उन्होंने कहा कि – ‘…जिस समय नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यह दुखद घटना घटी उस समय प्लेटफार्म नंबर 14 पर पटना की ओर जाने वाली मगध एक्सप्रेस और प्लेटफार्म नंबर 15 पर जम्मू की ओर जाने वाली उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस खड़ी थी।
…उस दौरान 14 और 15 नंबर प्लेटफार्म के बीच सीढ़ियों पर पैसेंजर के फिसल कर गिरने से उनके पीछे के कई यात्री उनके चपेट में आ गए और यह दुखद घटना घटित हुई। इस हादसे की उच्च स्तरीय कमेटी के द्वारा जांच की जा रही है।’


राष्ट्रपति, पीएम मोदी, गृह मंत्री, रेल मंत्री और CM Yogi नई दिल्ली हादसे पर दुखी
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दुख जताया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि –‘ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में लोगों की मौत के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।’
हादसे की सूचना मिलने पर पीएम नरेंद्र मोदी भी दुखी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि – ‘स्टेशन पर भगदड़ से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। अधिकारी उन लोगों की सहायता कर रहे हैं जो भगदड़ से प्रभावित हुए हैं।’
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि –‘नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ से बहुत दुखी हूं। मेरी प्रार्थनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। पूरी टीम इस दुखद घटना से प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए काम कर रही है।’
यूपी के CM Yogi आदित्यनाथ भी नई दिल्ली में हुए भगदड़ की घटना से गहरे मर्माहत हैं। इस हादसे पर CM Yogi ने कहा कि – ‘नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में लोगों की मौत बेहद दुखद और हृदयविदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं प्रभु श्री राम से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्माओं को मोक्ष प्रदान करें, शोक संतप्त परिवारों को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति दें और घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें।’