रांची: झारखंड की राजधानी रांची में लगातार हो रही बारिश ने जहां आम जनजीवन को प्रभावित किया है, वहीं सब्जियों की कीमतों में भी अचानक तेजी आ गई है। आपूर्ति बाधित होने और खेतों से सब्जियां समय पर बाजार तक नहीं पहुंच पाने की वजह से रांची के सब्जी बाजारों में पिछले दो दिनों के भीतर 15 से 20 प्रतिशत तक दाम बढ़ गए हैं।
रोजमर्रा की सब्जियों में सबसे ज्यादा असर
खरीदारों का कहना है कि जिन सब्जियों के दाम दो दिन पहले तक स्थिर थे, अब उनमें 5 से 10 रुपये प्रति किलो तक का उछाल देखा जा रहा है। टमाटर, बैंगन, भिंडी और परवल जैसी रोजाना इस्तेमाल होने वाली सब्जियां महंगी हो गई हैं। टमाटर जो पहले 50 रुपये किलो बिक रहा था, अब 60 रुपये हो गया है। इसी तरह बैंगन 50 से बढ़कर 60 रुपये, भिंडी 30-35 से बढ़कर 40 रुपये और परवल 30-35 से बढ़कर 40 रुपये किलो बिक रहा है।
रांची के बाजारों में मौजूदा दाम (रुपये प्रति किलो)
नेनुआ – ₹50
टोटी – ₹60
कद्दू – ₹40
भिंडी – ₹40
बैंगन – ₹60
टमाटर – ₹60
पत्ता गोभी – ₹40
परवल – ₹40
प्याज – ₹30
लहसुन – ₹40
लाल आलू – ₹25
सफेद आलू – ₹30
खरीदारों की मुश्किलें बढ़ीं
स्थानीय खरीदारों का कहना है कि अचानक बढ़ी कीमतों ने उनके बजट पर असर डाला है। बाजार में सब्जियों के दाम एक समान नहीं हैं और कई जगह सब्जी विक्रेता मनमानी कर रहे हैं। कुछ ग्राहकों ने बताया कि बारिश के कारण सब्जियां जल्दी खराब भी हो रही हैं, ऐसे में उन्हें मजबूरी में महंगे दाम पर कम मात्रा में सब्जियां खरीदनी पड़ रही हैं।
सब्जी विक्रेताओं का तर्क
वहीं, सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि भारी बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया है। गांवों से सब्जियां लाने वाले ट्रक और छोटे वाहन देर से पहुंच रहे हैं। इस वजह से आपूर्ति प्रभावित हुई है और दाम बढ़ाना मजबूरी है। उनका कहना है कि अगर मौसम में सुधार हुआ तो आने वाले हफ्ते में दाम फिर से स्थिर हो सकते हैं।
आगे क्या?
जानकारों का कहना है कि अगर बारिश का सिलसिला ऐसे ही चलता रहा तो आने वाले दिनों में हरी सब्जियों के दाम और बढ़ सकते हैं। इससे आम लोगों की रसोई का खर्च और बढ़ जाएगा। दूसरी ओर अगर आपूर्ति व्यवस्था सामान्य हुई तो दामों में कुछ राहत मिल सकती है।
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