डिजिटल डेस्क : राजनाथ सिंह बोले – गैरजिम्मेदार राजनीति में व्यस्त हैं राहुल गांधी। बीते कल यानी सोमवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि चीन ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की है और प्रधानमंत्री इससे इनकार कर रहे हैं, लेकिन सेना प्रमुख ने कहा है कि चीन हमारी सीमा में हैं। राहुल गांधी के इस बयान पर मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह ‘गलत’ आरोप हैं।
इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी से इस इतिहास को आत्ममंथन करने की सलाह भी दी और कहा कि राहुल गांधी गैरजिम्मेदार राजनीति में व्यस्त हैं।
रक्षा मंत्री बोले – राहुल के आरोप झूठे…
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 3 फरवरी 2025 को संसद में अपने भाषण में भारत-चीन सीमा पर स्थिति पर सेना प्रमुख के बयान के बारे में झूठे आरोप लगाए हैं।
राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कहा था कि चीन ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे इनकार रहे हैं। लेकिन सेना इस बात से सहमत नहीं है।
रक्षा मंत्री बोले – सरकार सारे ब्योरे किए हैं साझे…
सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में रक्षा मंत्री ने लिखा- सेना प्रमुख की टिप्पणी में केवल दोनों पक्षों की तरफ से पारंपरिक गश्त में व्यवधान का उल्लेख था। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि हाल ही में हुई सैन्य वापसी के हिस्से के रूप में इन प्रथाओं को उनके पारंपरिक स्वरूप में बहाल किया गया है। सरकार ने संसद में ये विवरण साझा किए हैं।
बता दें कि, राहुल गांधी ने एक दिन पहले चीन के सीमा पर आक्रामक रुख को लेकर भी सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने सदन में कहा कि ‘चीन की सीमा पर आक्रामकता को लेकर सैन्य अधिकारियों के बयानों में अंतर है। चीन ने हमारी सीमा में घुसपैठ की है, इस बात से प्रधानमंत्री इनकार कर रहे हैं, लेकिन सेना ने पीएम के बयान से असहमति जताई है।’
राहुल गांधी के बयान को रक्षा मंत्री बताया – बहुत खेद की बात…
सोशल मीडिया एक्स पर इसी पोस्ट में रक्षा मंत्री ने आगे लिखा- ‘राहुल गांधी की तरफ से सेना प्रमुख के लिए कहे गए शब्द कभी भी सेना प्रमुख की तरफ से नहीं कहे गए थे। यह बहुत खेद की बात है कि राहुल गांधी राष्ट्रीय हित के मामलों पर गैरजिम्मेदार राजनीति में लिप्त हैं।
यदि कोई भारतीय क्षेत्र है जिसमें चीन घुसा है, तो वह 1962 के युद्ध के बाद अक्साई चिन में 38,000 वर्ग किमी और 1963 में पाकिस्तान की तरफ से चीन को अवैध रूप से सौंपे गए 5,180 वर्ग किमी क्षेत्र है। राहुल गांधी हमारे इतिहास के इस चरण के बारे में आत्मनिरीक्षण करने पर विचार कर सकते हैं।’