Ranchi : झारखंड के चाईबासा में चल रहे नक्सल ऑपरेशन के दौरान IED ब्लास्ट होने से CRPF के तीन जवान घायल हो गए। घायलों को एयरलिफ्ट कर राजधानी रांची के राज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है जहाें उनका बेहतर इलाज चल रहा है। इस दौरान घायलों से मिलने के लिए डीजीपी, एसएसपी सहित कई बड़े पुलिस पदाधिकारी अस्पताल पहुंचे।
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घायलों में सी०आर०पी०एफ० 197 BN. के असिस्टेंट कमांडेंट जी० जे० साई,. सिपाही वी०टी० राव, एवं जी०डी० धर्मेंद्र कुमार जख्मी हो गये। घायल जवानों को एयरलिफ्ट करते हुए रांची के राज हॉस्पिटल में इलाज करवाया जा रहा है जिससे देखने पहुंचे डीजीपी आईजी सहित रांची एसएसपी ने हलचल जाना बेहतर इलाके के लिए कई दिशा निर्देश भी दिया गया।
Ranchi : 31 मार्च तक नक्सलियों का हो जाएगा सफाया-डीजीपी
इस दौरान झारखंड के डीजीपी ने दो टूक शब्दों में कहा कि 25 दिन या 31 मार्च तक नक्सलियों का सफाया होगा। डीजीपी ने कहा है कि झारखंड से 31 मार्च तक नक्सलियों का सफाया होगा। नक्सलियों के मंसूबा बड़ा नहीं है पुराने आइडी की वजह से विस्फोट हुआ है नक्सलियों को चिन्हित किया जाएगा। नक्सलियों के पास अब कोई गोली बारूद नहीं है वे पुराने आईईडी का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए ऐसे नक्सलियों को मार गिराने के साथ-साथ पकड़ने का भी काम किया जाना है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि घायल जवानों को बेहतर इलाज की जरूरत पड़ने पर एयर एंबुलेस से दिल्ली भेजा जाएगा।
बहुत जल्द हो जाएगा नक्सलियों का सफाया-एसएसपी
प्रतिबंधित भा०क०पा० (माओ०) नक्सली संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, सहित अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन, पिंटु लोहरा, चंदन लोहरा, अमित हांसदा उर्फ अपटन, जयकांत, रापा मुंडा अपने दस्ता सदस्यों के साथ सारंडा/कोल्हान क्षेत्र में सक्रिया है। नक्सलियों के सफाए के लिए झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ के जवान अभियान चला रहे हैं।
छोटानागरा थानान्तर्गत वनग्राम बालीबा के आस-पास जंगली/पहाड़ी क्षेत्र में सुरक्षा बलों को टारगेट करने के उद्देश्य से नक्सलियों द्वारा पूर्व में लगाये गये I.E.D को विस्फोट एवं रास्ते में गढ़डा करके लोहे का तीर (Spike Hole) लगाया गया, जिसकी चपेट में आने से एक असिस्टेंट कमांडेंट सहित तीन जवान घायल हो गए।
झारखंड को नक्सल मुक्त करने के दिशा में सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस ने कमर कस ली है। ऐसे में 31 मार्च से पहले कई बड़े नक्सली झारखंड पुलिस के रडार में आ सकते हैं। आने वाले दिनों में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ऑपरेशन ओर तेज किया जा रहा है।