रांची: डुमरी विधानसभा उपचुनाव को लेकर इंडिया और एनडीए की लड़ाई काफी दिलचस्प होती जा रही है। यह चुनाव हेमंत सोरेन और राज्य के पहले मुख्यमंत्री मरांडी की प्रतिष्ठा का विषय बन गया है।
इस प्रकार का नजारा आज तक देखने को नहीं मिला है जब किसी उपचुनाव मे राज्य के लगभग सभी दिग्गज नेता पसीना बहा रहें है। सता पक्ष की प्रत्याशी बेबी देवी के साथ साहनुभूति की ताकत दिख रही है क्योंकि लगातार डुमरी जीतने वाले जगरनाथ महतो के निधन के बाद उनकी पत्नी बेबी देवी को सता पक्ष ने अपना प्रत्याशी बनाया है। वही दुसरी ओर एनडीए की ओर से यशोदा देवी के लिए भाजपा के कई दिग्गज अपनी ताकत दिखा रही है।
बीते पांच सालों मे झारखंड मे अब तक पांच उपचुनाव हो चुके है। डुमरी छठी विधानसभा सीट है जहां झारखंड मे उपचुनाव हो रहा है। लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है जब राज्य के लगभग तमाम दिग्गज उप चुनाव के चुनावी मैदान मे दिख रहें है। आजसू प्रत्याशी के लिए अबतक राज्य के तीन पूर्व सीएम रघुवर दास, अर्जुन मुंडा और बाबूलाल वोट मांग रहें है। इसके साथ आजसू प्रमुख सुदेश महतो भी लगातर चुनाव प्रचार कर रहें है।
वहीं दुसरी और सता पक्ष की प्रत्याशी बेबी देवी की ओर से चुनाव प्रचार की कमान मुख्यमंत्री ने खुद संभाली हुई है। इसके अलावा कई राज्य के कई मंत्री बेबी देवी के समर्थन मे लगातार चुनावी सभा कर रहें है।
रविवार को चुनाव प्रचार के आखरी दिन भी कई जन सभा का आयोजन डुमरी मे किया जा रहा है। इन जनसभा मे मुख्यमंत्री के अलावा भाजपा की ओर से भी कई बड़े नेताओं का सभा है। चुनाव प्रचार के खत्म होने के बाद अब सभी को पांच तारीख का इंतजार है जिस दिन वोटिंग होगी।