डिजीटल डेस्क : RG Kar Breaking – CBI रिमांड में भेजा गया गिरफ्तार छात्र नेता आशीष पांडेय। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बीते 9 अगस्त को मेडिकल छात्रा के रेप और मर्डर केस की जांच में जुटी सीबीआई द्वारा गुरूवार को गिरफ्तार नए आरोपी तृणमूल छात्र परिषद नेता आशीष पांडेय को शुक्रवार दोपहर कोर्ट में पेश किया गया।
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सीबीआई की दलीलों एवं गिरफ्तारी आरोपी के पक्ष को सुनने के बाद कोर्ट ने आशीष पांडेय को 3 दिन के लिए सीबीआई की रिमांड में भेजने का निर्देश दिया।
कोर्ट से सीबीआई के अधिकारी सीआईएसएफ की टीम के साथ आशीष को अपनी कस्टडी में लेकर निजाम पैलेस स्थित सीबीआई कार्यालय ले गए हैं।
कोर्ट में सीबीआई ने बताई कैंपस में आशीष के आतंक की कहानी…
शुक्रवार को कोर्ट में CBI ने RG Kar मामले में गिरफ्तार नए आरोपी तृणमूल छात्र परिषद नेता आशीष पांडेय की अब तक सामने आई कुंडली का कुछ ब्योरा भी रखा।
कोर्ट को सीबीआई ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में रेप और मर्डर के मामले में अभी आशीष पांडेय को सीधे तौर पर गिरफ्तार नहीं किया गया। उसे फिलहाल अस्पताल में हुए आर्थिक घोटालों में पूर्व प्रिंसिपल ड़ॉ. संदीप घोष का मुख्य सहयोगी मानते हुए हिरासत में लिया गया है।
इसके बाद सीबीआई अधिकारियों ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में छात्र नेता आशीष पांडेय के दादागिरी के आतंक की कहानी सुनाई।
सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि कॉलेज परिसर में आशीष के रंगदारी वसूली और धमकियों का ही तूती हाल के वर्षों में रहती रही है। इस छात्र नेता की कैंपस में हनक ऐसी थी कि न केवल जूनियर डॉक्टर बल्कि सीनियर मेडिकल स्टूडेंट भी इससे खौफ खाते थे और सामने पड़ने से बचते थे।
सीनियर रेजीडेंट डॉक्टरों को तो दूर-दराज के इलाकों में पोस्टेड कराने की धमकी देकर लगातार अपने अरदब में रखना आशीष पांडेय की फितरत में शुमार था। यही नहीं, वह कैंपस में हाउस स्टाफ की नियुक्ति मोटी रकम वसूलकर करता था।
सीबीआई ने इस तृणमूल छात्रा नेता मोबाइल समेत 7 सामानों को जब्त कर कोर्ट में पेश किया था और कोर्ट ने आशीष को सोमवार तक के लिए सीबीआई की हिरासत में भेजने का निर्देश दिया।

गिरफ्तार पूर्व प्रिसिंपल डॉ. संदीप घोष का खास ‘कैंपस वाला दादा’ रहा है आशीष पांडेय…
RG Kar मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल और अब सलाखों के पीछे बंद डॉ. संदीप घोष से अब गिरफ्तार हुए तृणमूल छात्र नेता आशीष पांडेय का बहुत याराना रहा है।
बताया जा रहा है कि आशीष ही डॉ. संदीप घोष की दादागिरी वाला छात्र चेहरा था। उसे डॉ. संदीप घोष का ‘कैंपस वाला दादा’ के रूप में सभी जानते थे।
मेडिकल का ही छात्र आशीष पांडेय की दादागिरी की तूती कैंपस के विद्यार्थियों से लेकर टीचिंग एवं नान-टीचिंग स्टाफ के साथ ही कैंपस से जुड़े तमाम ठेकेदारों व कारोबारियों के बीच भी थी।
सत्तारूढ़ दल का छात्र नेता होने के चलते उसकी हनक ऐसी थी कि कैंपस में किसी में उसकी अवज्ञा करने की हिम्मत नहीं थी। उसके बारे में जांच के क्रम में क्लू मिलने पर गत 25 सितंबर को CBI ने उसे उन लोगों के साथ अपने पास पूछताछ के लिए बुलाया था।
CBI की ओर से फिलहाल इतना ही स्पष्ट किया गया है कि आशीष पांडेय की गिरफ्तारी फिलहाल RG Kar मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हुए घोटालों के मामले में की गई है। उससे कई बिंदुओं पर पूछताछ होनी है।
शुक्रवार को कोर्ट में CBI अधिकारियों ने इस बारे में पूरी तरह चुप्पी बनाए रखी कि गत 9 अगस्त के तड़के मेडिकल छात्रा के रेप और मर्डर में आशीष की किसी प्रकार की संलिप्तता मिली है या नहीं। CBI अधिकारियों ने कहा कि अभी तमाम विषयों पर पूछताछ होनी है।