रांची: राजधानी रांची के नगड़ी इलाके में प्रस्तावित RIMS-2 जमीन अधिग्रहण का विरोध लगातार तेज होता जा रहा है। इसी कड़ी में रविवार को सरायकेला से नगड़ी की ओर जा रहे बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन के काफिले को पुलिस ने तमाड़ में रोक दिया। बताया जा रहा है कि बाबूलाल सोरेन का काफिला चार से पांच गाड़ियों के साथ आगे बढ़ रहा था, तभी पुलिस ने उन्हें डिटेन कर थाना चलने को कहा। हालांकि, उन्होंने थाना जाने से इंकार कर दिया और काफिले के साथ एनएच-33 पर ही धरना देते हुए बैठ गए।
उधर, सरायकेला जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा को भी कांड्रा में पुलिस ने डिटेन किया। प्रशासन को आशंका थी कि बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग नगड़ी की ओर कूच कर सकते हैं, जिससे हालात बिगड़ सकते हैं। इसी कारण राज्यभर में सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया और जगह-जगह वाहनों की जांच कर लोगों को रोकने का काम किया गया।
जानकारी के मुताबिक, आज नगड़ी में ‘हल चलाओ, रोपनी करो’ कार्यक्रम का ऐलान किया गया था, जिसके तहत बड़ी संख्या में लोग जुटने वाले थे। विरोधियों का कहना है कि RIMS-2 परियोजना के लिए ली जा रही जमीन आदिवासी समुदाय की है और इसे किसी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा। वहीं, पुलिस लगातार प्रदर्शनकारियों को रोकने और हालात को नियंत्रित करने में लगी हुई है।