मुंगेर : छपरा कांड पर RLJP- राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के तकनीकी सेल प्रदेश उपाध्यक्ष
अरुण कुमार सिंह ने छपरा में जहरीली शराब कांड से हुए लोगों की मौत पर बड़ा आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा कि अगर बिहार में शराबबंदी है तो जगह-जगह शराब कहां से आती है.
नीतीश कुमार के जो सिपाही हैं वह खुद शराब बेचते हैं और आम जनता को परेशान करते हैं.
स्थानीय निवासी संजय केसरी ने बताया कि नीतीश कुमार और सांसद ललन सिंह के द्वारा ही
पूरे बिहार में शराब की तस्करी होती है. उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार जो कर रहे हैं
वह अच्छा नहीं कर रहे हैं. उनको अब सन्यास की जरूरत है.
![छपरा कांड पर RLJP का बड़ा आरोप- सीएम नीतीश के सिपाही बेचते हैं शराब 1 22Scope News](https://22scope.com/wp-content/uploads/2022/12/rljp1.jpg)
छपरा कांड पर RLJP: नीतीश कुमार को आराम की जरूरत
तकनीकी सेल प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने बताया कि जिस तरह
सारण में जहरीली शराब से मौत हुई है, वो सभी मजदूर वर्ग के लोग थे.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से नीतीश कुमार ने कहा कि जो शराब पिएगा वह मरेगा
वह उनकी मानसिक स्थिति खत्म हो चुकी है उनको अब आराम की जरूरत है.
जहरीली शराब से अब तक 53 लोगों की हुई मौत
शराबबंदी वाले बिहार के सारण जिले के छपरा में जहरीली शराब से अब तक 53 लोगों की मौत हो गई. कई लोग अस्पताल में मौत से जंग लड़ रहे हैं. आलम ये है कि कई गांवों में मातम छा गया. छपरा के बहरौली गांव का भी ऐसा ही हाल है. यहां एक साथ 11 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गई. उधर, पुलिस इस मामले में पूरे सारण जिले में छापेमारी कर रही है. अब तक शराब के कारोबार से जुड़े 126 लोगों को गिरफ्तार किया है. चार हजार लीटर से अधिक अवैध शराब भी जब्त की गई है. इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है.
काले गमछे पहन विपक्ष ने किया विरोध प्रदर्शन
वहीं इस मामले को लेकर बिहार विधान परिषद के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन परिसर के बाहर मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी ने काले गमछे पहन कर विरोध प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की. विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में बीजेपी के नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया.
छपरा कांड पर RLJP: बैकफुट पर नीतीश सरकार
बिहार में 2016 में नीतीश सरकार ने शराब की बिक्री और सेवन पर बैन लगाया था. शराबबंदी वाले बिहार में जहरीली शराब से मौत के मामले में नीतीश कुमार सरकार बैकफुट पर है. बीजेपी सड़क से लेकर विधानसभा और संसद तक इस मुद्दे पर नीतीश सरकार पर निशाना साध रही है. उधर, पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं.
दरअसल, पुलिस अभी तक ये नहीं बता पाई है कि इस मामले में मुख्य आरोपी कौन है और पुलिस ने जिन 126 लोगों को गिरफ्तार किया है, क्या उनमें से किसी का जहरीली शराब से मौतों के इस ताजे मामले में कोई संबंध भी है या नहीं. पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पूरे सारण जिले में छापेमारी हो रही है.
रिपोर्ट: अमृतेश सिन्हा