रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के महासचिव आलोक कुमार दूबे ने 2 हजार रुपए के नोटबंदी पर कहा कि यह नोटबंदी सीधे तौर पर कर्नाटक चुनाव का असर है. उन्होंने कहा कि 2016 से अब तक प्रधानमंत्री को क्लीनिंग की याद नहीं आई थी. कर्नाटक चुनाव के ठीक बाद 2 हजार रुपए के नोटबंदी करवाई गई. जबकि देश में आम चुनाव से लेकर कई चुनाव सम्पन्न हो गये हैं. उन्होंने कहा कि दो हजार का नोट प्रचलन में लाना ही गलत फैसला था.
2016 नोटबंदी के कारण जीडीपी ग्रोथ रेट में हुई थी गिरावट
प्रदेश कांग्रेस महासचिव ने कहा 8 नवम्बर 2016 को 500 और 1000 के नोट को प्रतिबंधित कर दिया गया था. उसका हश्र देश ने देखा, किस प्रकार जीडीपी ग्रोथ रेट 8.2 प्रतिशत से घटकर 4.1 प्रतिशत आधी हो गई थी. 35 लाख नौकरियां तुरंत खत्म हो गये थे. करोड़ों कारखाने और लघु मध्यम उद्योग बंद हो गये. कई जानें भी गई थी. काले धन पर प्रहार की बात कही गई थी. जबकि 99 प्रतिशत पैसे बैंक में वापस आ गये थे.
पिछले बार की नोटबंदी से अर्थव्यवस्था पर पड़ा था बुरा असर
उन्होंने कहा कि मात्र 16 हजार करोड़ रुपए आरबीआई के पास वापस नहीं आये थे जबकि 21 हजार करोड़ रुपए नई नोट छापने में लग गए थे. टेरर फंडिंग रोकने का दावा किया गया था, जो कि धड़ल्ले से जारी है. नकली नोट बंद तो नहीं हुए बल्कि 300 करोड़ नकली नोट पकड़े गए हैं. अर्थव्यवस्था में नवम्बर 2016 में 17 करोड़ 74 लाख करोड़ कैश था. जबकि आज के दिन 37 लाख करोड़ रुपए कैश में हैं, जो कि डबल से भी अधिक है.