पटना: बिहार में मुख्यमंत्री पर विवादित बयान देने के आरोप में लालू यादव के करीबी राजद एमएलसी सुनील सिंह की विधान परिषद की सदस्यता रद्द कर दी गई और इसके बाद उन्हें बिस्कोमान के अध्यक्ष पद से भी हटना पड़ा। एक बार फिर बिस्कोमान में निदेशक मंडल और अध्यक्ष पद पर चुनाव किया जिसमें सुनील सिंह के समर्थकों की भारी जीत हुई।
निदेशक मंडल और अध्यक्ष पद समेत कुल 17 पदों पर चुनाव कराया गया था जिसमें सुनील सिंह के 12 समर्थकों ने जीत हासिल की। जीत हासिल करने के बाद अब माना जा रहा है कि सुनील सिंह या उनकी पत्नी वंदना सिंह बिस्कोमान की अध्यक्ष बनेंगी। इस मामले में हमारे संवाददाता अंशु झा ने जब सुनील सिंह से बात की तो वे नीतीश कुमार जम कर बरसे। सुनील सिंह ने कहा कि मुझे हराने के लिए नीतीश सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी।
खास कर सीएम नीतीश ने अपना सारा तंत्र लगा दिया था लेकिन सरकार की एक भी नहीं चली और हमारे 12 सदस्य ने जीत दर्ज की। सुनील सिंह ने कहा कि विधान परिषद से हमारी सदस्यता सिर्फ इसलिए खत्म कर दी गई क्योंकि मैंने मुख्यमंत्री को पलटू राम कहा था। सुनील सिंह ने कहा कि अगर मैंने उन्हें पलटू राम कहा तो इसमें गलत क्या कहा, आप गूगल में सर्च कर लीजिये पलटू राम फिर देखिये रिजल्ट क्या आता है।
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पटना से अंशु झा की रिपोर्ट
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