बोकारो : जियाडा के लोहांचल में बन रहे सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के सामने शनिवार को
अहले सुबह से अतिक्रमण हटाने के बाद पुलिस की देखरेख में घेराबंदी शुरू की गई है.
बता दें कि लोगों के घर को प्रशासन के द्वारा लाए गए जेसीबी से तोड़कर
जमींदोज कर दिया गया था. इस जमीन की घेराबंदी सिर्फ अस्पताल के सामने की जा रही हैं.
सिटी डीएसपी ने घेराबंदी कार्य का लिया जायजा
आज सिटी डीएसपी व सेक्टर 12 की पुलिस ने घेराबंदी कार्य का जायजा लिया.
मालूम हो कि जिस जमीन से अतिक्रमण हटाया गया है.
उसके समीप अभी भी सरकारी जमीन अतिक्रमित हैं, लेकिन उसे खाली नहीं करवाया गया.
इस अस्पताल का निर्माण विधायक बिरंची नारायण के देखरेख में हो रहा है. इसलिए अस्पताल के आगे की भूमि अतिक्रमण मुक्त कराया गया. इस सम्बंध में सिटी डीएसपी कुलदीप कुमार ने बताया कि पुलिस लैंड आर्डर समस्या उत्पन्न नहीं हो इसके लिए नजर बनाये हुए हैं. फिलहाल घेराबंदी कार्य अस्पताल प्रबंधन द्वारा करायी जा रही हैं.
सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के सामने चला था अतिक्रमण हटाओ अभियान
जियाडा के लोहांचल में बन रहे सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के सामने शुक्रवार को अहले सुबह से अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत की गई थी. अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान लोगों के घर को प्रशासन के द्वारा लाए गए जेसीबी से तोड़कर जमींदोज कर दिया गया. इस अभियान के बाद महिलाएं रोती बिलखती नजर आए. कई जानवर इसके चपेट में आ गए. इस अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर बेघर हुए लोग बोकारो के भाजपा विधायक बिरंचि नारायण के खिलाफ आक्रोशित नजर आए.
अहले सुबह चला अतिक्रमण हटाओ अभियान
अस्पताल के सामने अतिक्रमण को हटाए जाने को लेकर बोकारो विधायक बिरंचि नारायण ने झारखंड विधानसभा में इसको लेकर सवाल उठाया था. जिसके बाद सरकार ने अतिक्रमण को हटाने का आश्वासन दिया था. पंचायत चुनाव होने के कारण इस अभियान को रोक दिया गया था और कल जैसे ही मतगणना समाप्त हुई आज अहले सुबह चास अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत की अगुवाई में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया.
बोकारो विधायक के करीबियों की देखरेख में निर्माण हो रहा अस्पताल
जानकारी के मुताबिक मोमेंटम झारखंड के तहत उक्त जमीन को आवंटित किया गया था. जहां सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनाया जा रहा है. इस अस्पताल का निर्माण बोकारो विधायक के करीबियों की देखरेख में चल रहा है. अस्पताल के बाहर बोकारो स्टील की जमीन पर वर्षों से खटाल खुला हुआ था. जहां मवेशियों को रखकर बोकारो के लोगों को दूध की आपूर्ति की जा रही थी.
रिपोर्ट: चुमन कुमार