रांची: SIT : रांची में चल रहे भूमि घोटाले के मामले में मनी लांड्रिंग के बिंदुओं पर ईडी की जांच के दौरान सामने आए चौंकाने वाले तथ्यों के बाद झारखंड पुलिस भी सक्रिय हो गई है। राज्य के प्रभारी डीजीपी अनुराग गुप्ता ने इस मामले की जाँच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया है।
एसआइटी (SIT) को प्राप्त सूचना के अनुसार, रांची जिले के शहरी क्षेत्रों में कई व्यक्तियों ने भूमि कागजातों में फर्जीवाड़ा किया है और बल का प्रयोग करके गलत व अवैध तरीके से भूमि का हस्तांतरण किया है। सीआइडी ने इस फर्जीवाड़े को उजागर करने के लिए आम जनता से मदद मांगी है और इसके लिए सार्वजनिक सूचना भी जारी की है।
सीआइडी ने जनता से अपील की है कि वे ऐसे लोगों की जानकारी दें जो जमीन के कागजात में फर्जीवाड़ा करने वाले माफिया, जमीन दलालों, या सरकारी कर्मियों के साथ मिलकर यह घोटाला कर रहे हैं। इसके साथ ही, यदि किसी के पास जमीन के जाली कागजात पर की गई खरीद-बिक्री से अर्जित अवैध संपत्ति की सूचना है या किसी कार्यालय या विभाग के शामिल होने की जानकारी है, तो वे भी इसे सीआइडी को उपलब्ध करवा सकते हैं।
SIT ने मांगी जानकारी:
एसआइटी (SIT) के अध्यक्ष के रूप में सीआइडी के आइजी संगठित अपराध सह कारा महानिरीक्षक सुदर्शन प्रसाद मंडल को नियुक्त किया गया है। इस विशेष टीम में डीआइजी मयूर पटेल, कन्हैयालाल, कार्तिक एस, संध्या रानी मेहता, एसपी ऋषभ झा, अनुरंजन किस्पोट्ट्टा, और एएसपी दीपक कुमार शामिल हैं।
यह टीम भूमि विवाद के मामलों की समीक्षा करेगी, आरोपितों पर कार्रवाई करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि लंबे समय से लंबित अनुसंधान पर समय-समय पर पर्यवेक्षण किया जा रहा है या नहीं। एसआइटी फर्जीवाड़े में शामिल आरोपितों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी और भूमि घोटाले की सच्चाई सामने लाएगी।
इस तरह की गतिविधियों को रोकने और सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा के लिए झारखंड पुलिस और सीआइडी द्वारा उठाए गए इस कदम से उम्मीद की जा रही है कि भूमि घोटाले के मामलों में न्याय मिलेगा और दोषियों को सजा मिलेगी।