पटना
सदस्य अपनी बातों को सदन के पटल पर शालीनता से रखें. हंगामेदार कार्यवाही से सदन की गरिमा कम होती है। यह बातें लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने बिहार विधानसभा के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम प्रबोधन को संबोधित करते हुए कही। स्पीकर ने आज बिहार विधान सभा और विधान परिषद के सदस्यों के लिए आयोजित प्रबोधन कार्यक्रम का उद्घाटन किया. कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बिहार की गौरवशाली इतिहास के बारे में बताया. उन्होंने लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि सारे विधानमंडलों को डिजिटल मंच पर लाया जा रहा है…इस अवसर पर उन्होंने बिहार विधान सभा डिजिटल टीवी और बिहार विधान सभा पत्रिका का भी लोकार्पण किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित कई लोग मौजूद थे. कार्यक्रम में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा कि सीखने की परंपरा कमजोर हो रही है. उसे मजबूत बनाने की जरूरत है. उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि विधायकों के लिए मर्यादित आचरण जरुरी है…और विधायकों के अमर्यादित आचरण का जनता पर बुरा प्रभाव पड़ता है… उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में ये प्रवृति उभरी है. कि महत्वपूर्ण मुद्दों की चर्चा जो सदन में होनी चाहिए वो मीडिया में होती है. उन्होंने इसपर चिंता जाहिर की
सदन में एक बार फिर उठा नेता प्रतिपक्ष का मामला.
सदन में उठा बाबाधाम का मामला, बिरंचि नारायण बोले- अंबा का नहीं पूरे विधायकों का है अपमान