दिव्यांगों को लेकर डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को सुप्रीम निर्देश, गरिमा का रखे ख्याल, करना होगा ये काम
22 Scope News Desk : सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर दिव्यांगों पर अश्लील और फूहड़ जोक्स पर पाबंदी की हिदायत देते हुये सुप्रीम कोर्ट ने कॉमेडियन समय रैना, विपुल गोयल, बलराज परविंदर सिंह घई, सोनाली ठक्कर और निशांत तंवर को निर्देश दिया है कि वे दिव्यांगों की सफलता की कहानियों पर आधारित कार्यक्रम अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखाएं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये कार्यक्रम हर महीने कम से कम दो बार होने चाहिए, ताकि स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी (एएसएमए) जैसी दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित लोगों के इलाज के लिए फंड जुटाया जा सके।
असंवेदनशील टिप्पणियों की माफी के तौर पर दिया निर्देश
कोर्ट ने यह निर्देश इन कॉमेडियनों द्वारा दिव्यांगों पर की गई असंवेदनशील टिप्पणियों के लिए माफी के तौर पर दिया है। चीफ जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्य बागची की बेंच ने सुझाव देते हुये कहा कि ये कॉमेडियन अपने शो में दिव्यांगों को भी आमंत्रित कर सकते हैं, ताकि समाज में जागरूकता बढ़े और इलाज के लिए जरूरी फंड इकट्ठा किया जा सके।
दिव्यांगों की गरिमा के साथ मजाक ठीक नहीं
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दिव्यांगों और दुर्लभ जेनेटिक बीमारियों से पीड़ित लोगों की गरिमा की रक्षा के लिए सख्त कानून बनाया जाना चाहिए। कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि ऐसा कानून बने, जिसमें दिव्यांगों का मजाक उड़ाना या अपमानजनक टिप्पणी करना अपराध माना जाए, जैसे एससी-एसटी एक्ट में जातिसूचक टिप्पणियों को अपराध माना गया है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट की बात का समर्थन करते हुए कहा कि किसी की गरिमा के साथ मजाक नहीं किया जा सकता।
जोक्स पर रोक की मांग पर दायर हुई थी याचिका
यह निर्देश क्योर एसएमए फाउंडेशन की याचिका पर सुनवाई के दौरान आया। याचिका में दिव्यांगों की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले जोक्स पर रोक लगाने की मांग की गई थी। इस मामले में अगली सुनवाई 4 हफ्ते बाद होगी।
कंटेंट पर नियंत्रण के लिए स्वतंत्र संस्था जरूरी
कोर्ट ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर आपत्तिजनक कंटेंट को रोकने के लिए एक स्वतंत्र संस्था की जरूरत है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने बताया कि गाइडलाइन तैयार की जा रही हैं।
अश्लील कंटेंट विवाद से जुड़ा है मामला
गौरतलब हो कि इसी साल फरवरी में समय रैना ने शो इंडियाज गॉट लैटेंट के कुछ एपिसोड में दिव्यांग लोगों का मजाक उड़ाया था। खासकर पर उनका जो दृष्टिहीन और अन्य दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे थे।
ये भी पढ़े : लालू-राबड़ी के शासनकाल पर नीतीश ने कहा- ‘पहले वाली सरकार में कुछ हुआ था जी…’
Highlights

