Ranchi: झारखंड में खेल विश्वविद्यालय (स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी) की स्थापना को लेकर लंबे समय से लंबित योजना को अब सरकार ने गति देना शुरू कर दिया है। खेल विभाग द्वारा तैयार किया गया यूनिवर्सिटी एक्ट अब समीक्षा के चरण में है। एक्ट की समीक्षा के लिए पांच सदस्यीय समिति गठित की गई है। जिसमें खेल निदेशक संदीप कुमार, उच्च शिक्षा से जुड़े अधिकारी, जेएसएसपीएस के सीईओ और विभाग द्वारा नामित दो अन्य अधिकारी शामिल हैं। यूनिवर्सिटी के लिए भूमि चिन्हित करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है। अनुमानित रूप से इसके लिए 10 से 15 एकड़ जमीन की आवश्यकता बताई गई है।
Highlights
2018 में शुरू होनी थी यूनिवर्सिटी, 7 साल रही फाइलों में बंद
स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की योजना वर्ष 2018 में लागू होनी थी, लेकिन यह योजना सात सालों तक कागजों में ही सिमटी रही। खेलगांव और खेल विभाग के बीच फाइलों का आदान-प्रदान होता रहा, लेकिन ठोस पहल नहीं हुई। इस विषय पर मीडिया रिपोर्ट्स के बाद राज्य सरकार सक्रिय हुई है।
दिल्ली से लौटी विभागीय टीम
खेल मंत्री के निर्देश पर एक टीम दिल्ली भेजी गई थी। जिसने वहां के स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मॉडल का अध्ययन किया। टीम जल्द ही अपनी रिपोर्ट खेल विभाग को सौंपेगी। जिसके आधार पर अगली कार्य योजना बनाई जाएगी।
2015 में हुआ था एमओयू, अब दिख रही प्रगति
2015 में झारखंड सरकार और सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) के बीच एक एमओयू हुआ था। जिसमें राज्य में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी और स्पोर्ट्स एकेडमी की स्थापना की बात कही गई थी। 2011 में आयोजित 34वें नेशनल गेम्स के बाद रांची के होटवार में अंतरराष्ट्रीय स्तर के 9 स्टेडियम और अन्य खेल संरचनाएं विकसित की गई। जिनका उपयोग अब विश्वविद्यालय के लिए प्रस्तावित है।