बुधवार से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इंदौर में तीसरा टेस्ट मैच शुरू हो रहा है. जहाँ टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैचों में जीत का चौका लगाने,
सीरीज सील करने और WTC के फाइनल में जगह आरक्षित करने उतरेगी वही कंगारु टीम नए कप्तान के साथ किस्मत बदलने की फ़िराक में है.
तीसरे टेस्ट मैच में यदि भारतीय टीम जीतती है तो ये गाबा, नागपुर और दिल्ली के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया की लगातार चौथी टेस्ट विजय होगी.
इसके लिए रोहित शर्मा और उनकी टीम को अपना बेस्ट देना होगा. पैट कमिंस की अनुपस्थिति में कप्तान बनाए गए स्टीव स्मिथ के सामने भारतीय टीम को रोकने की चुनौती है.
राहुल या गिल ?
इंदौर टेस्ट से पहले अगर किसी विषय की सबसे ज्यादा चर्चा है तो ये है कि भारत की Playing 11 में केएल राहुल होंगे या शुभमन गिल?

इस विषय पर क्रिकेट जगत दो खेमों में बंट गया है. कुछ लोग राहुल को एक और अवसर देने के पक्षधर हैं तो कुछ फॉर्म में चल रहे गिल को खेलते देखना चाहते हैं. रोहित के सामने भी ये बड़ा सवाल है.
इंदौर की पिच कैसी होगी ?
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए खेली जा रही इस सीरीज में अगर किसी चीज़ की सबसे ज्यादा चर्चा रही है तो पिच की रही है. कहा जा रहा है कि
इंदौर के होल्कर स्टेडियम की पिच लाल मिट्टी से बनी है. तो इस पर उछाल देखने को मिल सकती है. ऐसे में तेज़ गेंदबाजों को पिच से मदद मिल सकती है.

इंदौर में साल 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में भारतीय तेज़ गेंदबाजों, मो. शमी,
उमेश यादव और इशांत शर्मा ने 14 विकेट लिए थे. इस रिकॉर्ड को देखकर ऑस्ट्रलियाई टीम की भी उम्मीदें जगी होंगी. मिचेल स्टार्क और कैमरून ग्रीन का खेलना तय माना जा रहा है.
इन दोनो के अलावा कंगारू टीम तीसरे तेज गेंदबाज़ की ओर भी देख सकता है. ऐसे में सवाल उठता है
कि क्या भारत भी अक्षर पटेल की जगह तीसरे सीमर को एकादश में शामिल करेगा?
अश्विन का इंदौर में शानदार रिकॉर्ड
इंदौर की पिच तेज़ गेंदबाजों को मदद कर सकती है तो खेल के आगे बढ़ने के साथ – साथ ये स्पिनर्स के लिए भी मददगार होगी. इंदौर में आर. अश्विन का रिकॉर्ड इस बात की तस्दीक करता है.

यहां अश्विन ने 2 टेस्ट में 18 विकेट लिए हैं. लगभग हर तेरहवीं गेंद पर अश्विन को यहां विकेट मिलता है.
ऐसे में अश्विन और जडेजा की जोड़ी से निपटना ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़ी चुनौती होगी.
फिलहाल भारत ने सीरीज में ऑस्ट्रेलिया पर मनोवैज्ञानिक बढ़त बना रखी है.
ऐसे में वो नागपुर में टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत का चौका लगाने का मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहेगी.
सीरीज जीत के साथ WTC फाइनल में जगह बनाना भारतीय टीम की प्राथमिकता है.