बेतिया : बेतिया विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में पली बालिका सीता कुमारी को दत्तक ग्रहण की प्रक्रिया पूर्ण करने के उपरांत जिला पदाधिकारी दिनेश कुमार राय द्वारा रांची के दंपति अभिषेक विक्टर एवं अभिलाषा केशरी को गोद दिया गया। गोद लेने के उपरांत दत्तक ग्राही माता-पिता काफी खुश हुए और कहा कि बालिका को पुत्री के रूप में पाकर आज उनका आंगन खुशियों से भर गया। जिलाधिकारी ने दत्तक ग्राही माता-पिता से कहा कि बच्ची का बेहतर तरीके से लालन-पालन कीजियेगा। अच्छे से पढ़ाईएगा, बच्ची का भविष्य उज्जवल बनाइएगा। दत्तक पिता पेशे से जनरल मैनेजर हैं और दत्तक माता डॉक्टर हैं। विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में दत्तक ग्रहण को उत्सव के रूप में मनाया गया।
Highlights
दत्तक ग्रहण की प्रक्रिया
दत्तक ग्रहण की समस्त प्रक्रिया ऑनलाइन है। कोई दत्तक ग्राही माता-पिता केंद्रीय दत्तक ग्रहण प्राधिकरण (CARA) के पोर्टल पर पंजीकरण कर गोद लेने की प्रक्रिया में सम्मिलित हो सकते हैं। इसके लिए एक फोन नंबर, पैन कार्ड तथा ई मेल आईडी की आवश्यकता होती है। इसके उपरांत नजदीकी विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान द्वारा दत्तक ग्राही माता पिता का होम स्टडी रिपोर्ट तैयार किया जाता है। इस पोर्टल पर दत्तक ग्राही माता-पिता अपनी एलिजिबिलिटी चेक कर सकते हैं।
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अस्पताल व नर्सिंग होम से बच्चा गोद लेना गैर कानूनी
इस वेबसाइट के अतिरिक्त किसी व्यक्ति को अस्पताल व नर्सिंग होम से बच्चा गोद लेना गैर कानूनी है। जिला अंतर्गत गोद लेने हेतु विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान अथवा जिला बाल संरक्षण इकाई से संपर्क किया जा सकता है। बच्चे की दंपत्ति के साथ ऑनलाइन मैचिंग, एडॉप्शन कमिटी की बैठक और जिला पदाधिकारी अथवा वरीय अपर समाहर्ता के समक्ष दत्तक ग्रहण संस्थान की ओर से वाद दायर करने का प्रावधान है। दत्तक ग्रहण आदेश जारी होने के उपरांत गोद देने की कार्रवाई पूर्ण होती है। माता पिता के द्वारा बच्चा प्राप्त करने के उपरांत दो साल तक सीएआरए द्वारा फॉलो अप कराया जाता है।
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दीपक कुमार की रिपोर्ट