रांचीः श्रद्धा और आदर का पर्व नवरात्रि का आज आठवां दिन है. इस दिन आदिशक्ति दुर्गाजी का अष्टम रूप श्री महागौरी हैं. नवरात्रि के आठवें दिन इनकी उपासना की जाती है. इस दिन देवी के अस्त्रों के रुप में पूजा होती है इसलिए इसे कुछ लोग वीर अष्टमी भी कहते हैं. ऐसी मान्यता है कि इनकी उपासना से मनुष्य के सभी पाप धुल जाते हैं. उपासक सभी प्रकार से पवित्र और अक्षय पुण्य प्राप्त करता है. इनकी उपासना से भविष्य में पाप-संताप दैन्य-दुःख उसके पास कभी नहीं रहते.
देवी के अस्त्रों की होती है पूजा
हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने की अष्टमी तिथि को दुर्गा अष्टमी के रुप में मनाया जाता है. नवरात्रि में अष्टमी तिथि को महाष्टमी कहा जाता है. इस बार 13 अक्टूबर 2021 को अष्टमी तिथि पड़ रही है. महाअष्टमी को एक विशेष समयकाल और मुहूर्त में पूजा की जाती है जिसे संधि पूजा कहा जाता है. इसका मतलब है कि जब अष्टमी समापन की ओर हो और नवमी शुरू होने वाली हो, उस दौरान पूजा करना शुभ माना जाता है. दोनों के बीच करीब 48 मिनट की अवधि रहती है. हवन के लिए शुभ मुहूर्त शाम 07:42 से 08.07 के बीच का रहेगा.