माइनिंग की नई तकनीक पर होगा रिसर्च पेपर पेश
धनबाद : स्वर्ण जयंती- कोयला भवन मुख्यालय में 20 और 21 जनवरी को कोयला क्षेत्र की चुनौती और अवसर विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा. यह इंडियन माइन मैनेजर एसोसिएशन और बीसीसीएल का ज्वाइंट प्रोग्राम है. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस होंगे.
स्वर्ण जयंती: संयुक्त कार्यक्रम में होंगे शामिल
इसके अलावा गेस्ट ऑफ़ ऑनर के रूप में सिम्फ़र के डायरेक्टर एके मिश्रा और ईसीएल के सीएमडी एपी पांडा शामिल रहेंगे. यह जानकारी कोयला भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में डायरेक्टर टेक्निकल उदय वीर कांवाले ने दी. उन्होंने बताया कि इंडियन माइन मैनेजर एसोसिएशन के 100 वर्ष पूरे होने तथा बीसीसीएल के 50 साल पूरे होने पर इस संयुक्त कार्यक्रम में नई टेक्नोलॉजी और कोल वेट मिथेन (सीबीएम) पर भी बात होगी.
इन विषयों पर होगी चर्चा
उन्होंने कहा कि ओपन कास्ट माइनिंग में सेंट्रल लेवल तक के बाद आगे कोयला निकालना मुश्किल हो जाता है. इसी कारण माइनिंग बंद करनी पड़ती है. वहां हाई वाश माइनिंग से कोयला निकाला जा सकता है. यह नई तकनीक है. अभी बहुत कम जगह इस्तेमाल हो रही है. धनबाद में इसकी अपार सम्भावना है. इसलिये इसपर चर्चा जरूरी है. सीबीएम का उपयोग कुकिंग और इंडट्रीज दोनों जगह किया जा सकता है. यह लाभदायक प्रोजेक्ट है. इसलिये संगोष्ठी में इस विषय पर भी चर्चा होगी.
रिपोर्ट: राजकुमार जायसवाल