राजस्व मंत्री का बयान, सवर्णों को बताया अंग्रेजों का दलाल

BHAGALPUR: भूमि एवं राजस्व मंत्री आलोक मेहता ने सवर्णों को अंग्रेजों का दलाल बताया. उन्होने कहा कि अंग्रेजों ने ही उन्हें जमीन दी थी. यह विवादित बयान भागलपुर के गोराडीह प्रखंड के सालपुर पंचायत के कांसिल हटिया मैदान में जगदेव प्रसाद के जन्मदिवस पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने दिया है. इस बयान के बाद अचानक वो सुर्खियों में आ गये हैं. उन्होंने सवर्णों पर हमला बोलते हुए कहा कि 10 फीसदी आबादी के पास ही सारी जमीन है. भूमि राजस्व मंत्री रहने के दौरान पाया है कि जमीन का बड़ा हिस्सा उन्हीं के पास है.

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‘अंग्रेजों की दलाली कर सवर्णों ने ली थी जमीन’


मंत्री ने सवर्णों पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने अंग्रेजों की दलाली करके सवर्णों ने जमीन हासिल की है. मंत्री ने कहा जिन्हें 10 प्रतिशत में गिना जाता है, वह पहले मंदिरों में घंटी बजाते थे और अंग्रेजों के दलाल थे.

कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि जगदेव प्रसाद ने 90 फीसदी आबादीवाले दलित , शोषित, पिछड़े और वंचितों के उत्थान के लिए लड़ाई लड़ी, उन्हें समाज में कोई सम्मान नहीं मिलता था. वहीं दूसरी तरफ जो सिर्फ 10 प्रतिशत हैं, वह अंग्रेजों के यहां जाने लगे तो सैकड़ों एकड़ जमीन देकर जमींदार बना दिया. मेहनत मजदूरी करनेवालों को वंचित रखा गया. राजस्व मंत्री यहीं नहीं रूके. उन्होंने कहा जो लोग उनके खिलाफ आवाज उठाते थे उनकी जुबान हमेशा के लिए बंद कर दी जाती थी. उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत लोगों को ईडब्लूएस कहा जाता है. यह दलित, शोषित, वंचितों के लिए उचित नहीं है. इनके कारण आनेवाले समय में आरक्षण पर खतरा है.


शिक्षामंत्री के रामचरितमानस के बयान के बाद आलोक मेहता ने दिया विवादति बयान


बता दें कि राजद की ओर से महागठबंधन की सबसे बड़ी

पार्टी राजद की तरफ से हिन्दू धर्म और हिन्दू धर्म से जुड़ी जातियों

को लेकर लगातार निशाना बनाया जा रहा है. एक ओर जहां

प्रदेश के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर रामचरितमानस को नफरत

फैलाने वाला ग्रंथ बताया था वहीं दूसरी ओर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष

और कुछ विधायक ने उनके बयान का समर्थन किया.

अब राजद के एक और मंत्री ने ऐसा बयान दिया है,

जिसको लेकर नया विवाद पैदा होने की संभावना बढ़ गई है.

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