प्रयागराज : प्रयागराज में भगदड़ जैसे बने हालात को सूझ-बूझ किया गया काबू। प्रयागराज के महाकुंभ 2025 के क्रम में बीते सोमवार की रात फिर से प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते रेलवे स्टेशन पर भगदड़ जैसे हालात बनते नजर आए तो तुरंत पूरा तंत्र हरकत में आया। तत्काल बरती गई सूझबूझ और लिए ऑन स्पॉट फैसलों के चलते जैसे-तैसे हालात को काबू कर भीड़ के मूवमेंट को फ्रीक्वेंट करने में सफलता मिली।
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हालांकि, इस दौरान प्रयागराज जंक्शन पर 30 मिनट तक अफरातफरी रही लेकिन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जैसी चूक नहीं होने दी गई और हालात को संभाल लिया गया।
प्रयागराज जंक्शन पर भगदड़ जैसी स्थिति बनी तो यात्रियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई। भारी भीड़ के कारण बीते सोमवार की रात 10.30 बजे जंक्शन के सभी गेट बंद करने पड़े थे।
प्रयागराज में रात 10 बजे अचानक बढ़ी भीड़…
बताया जा रहा है कि प्रयागराज जंक्शन के सिटी साइड में संगम स्नान कर लौट रहे श्रद्धालुओं की भीड़ रात 10 बजे के बाद अचानक बढ़ गई। रात 10.30 बजे भगदड़ जैसी स्थिति बनी तो रेलवे प्रशासन ने कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए श्रद्धालुओं का जंक्शन पर प्रवेश बंद कर दिया। इस वजह से सड़क पर खड़े लोग शोरशराबा करने लगे।
जंक्शन के यात्री आश्रय स्थल पर मौजूद श्रद्धालु स्पेशल ट्रेन में बैठाए जाने लगे। इसके बाद ही स्थिति सामान्य हो सकी। इस दौरान तकरीबन 30 मिनट तक यात्रियों को जंक्शन पर प्रवेश नहीं दिया गया। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते प्रयागराज जंक्शन पर काफी देर अफरातफरी का माहौल बना रहा।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और रेलवे प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए श्रद्धालुओं को खुसरो बाग की ओर डायवर्ट कर दिया। खुसरोबाग में भी मैसेज किया गया कि अभी कुछ देर वहां से किसी भी यात्री को बाहर न निकलने दिया जाए। इस दौरान जंक्शन के बाहर एवं खुसरोबाग पर लगातार एनाउंसमेंट किया जाता रहा कि यात्री धैर्य से काम लें।
भीड़ बढ़ने पर प्लेटफार्म नंबर 1 से 5 तक रवाना की गई ट्रेनें
अचानक से बढ़ी श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए इस दौरान जंक्शन के बाहर एवं खुसरोबाग पर लगातार एनाउंसमेंट किया जाता रहा कि यात्री धैर्य से काम लें। कुछ ही देर में उन्हें उनके गंतव्य तक जाने वाली ट्रेन पर पहुंचा दिया जाएगा।
वहीं भीड़ बढ़ने पर प्लेटफार्म एक से लेकर पांच तक बारी-बारी से आधा दर्जन ट्रेनें पंडित दीन दयाल उपाध्याय, कानपुर, मानिकपुर रूट की ओर रवाना की गई। इससे काफी भीड़ निकल गई। इसके बाद महज आधे घंटे के भीतर प्रयागराज जंक्शन के यात्री आश्रय स्थल खाली हो गए।
आश्रय स्थल खाली होने के बाद खुसरो बाग से श्रद्धालुओं को स्टेशन की ओर जाने की अनुमति दी गई। आरपीएफ और रेलवे स्टाफ ने यात्रियों को कतारबद्ध कर स्टेशन तक पहुंचाया, जिससे रात में आवागमन फिर से सुचारू हो गया।
सोमवार को ही बोले थे CM Yogi – पूरा देश आ रहा प्रयागराज…
यूपी की राजधानी लखनऊ में सोमवार को आयोजित ‘युवा उद्यमियों से संवाद’ कार्यक्रम में उद्यमियों से संवाद कार्यक्रम में CM Yogi आदित्यनाथ ने इसी क्रम में आगे कहा कि – ‘…मैं परसों काशी में था। और मुझे ये बताने में कोई संकोच नहीं है। जब भी मैं वहां काशीवासियों से बात कर रहा था, उन सबने कहा कि ऐसी भीड़ पहले कभी काशी में उन्होंने नहीं देखी थी जो पिछले डेढ़ महीने से देख रहे हैं।
…और पूरा देश आ रहा है प्रयागराज में। …प्रयागराज में वर्ष 2013 में भी कुंभ था। प्रयागराज के कुंभ में 2013 में कुल 12 करोड़ श्रद्धालु आए थे। आयोजन 55 दिन का था। 2019 में अर्द्धकुुंभ था। उसे हमने 2019 में कुंभ के रूप में आयोजित किया था।
उस अवसर पर प्रयागराज में कुल श्रद्धालुजन और पर्यटक आए थे कुल करीब 24 करोड़। …और इस बार अभी तक…प्रयागराज महाकुंभ की दृष्टि से देखेंगे तो अभी तक कुल 45 दिन के आयोजन में 36 दिन हो चुके हैं। अब मात्र 9 दिन बाकी हैं। इन 8-9 दिनों को छोड़ दे तो इन 35-36 दिनों ही 53 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज में आ चुका है।
…और कितने बड़े स्केल में ?…यानी इन 35 दिनों के अंदर रूटीन में 40 फ्लाइट तो चल ही रही हैं लेकिन वहां नए फ्लाइट 700 से भी ज्यादा चार्टर्ड वाले उतरे हैं। प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में रेलवे को मेला स्पेशल ट्रेन चलानी पड़ रही है। 14 हजार बसों का बेड़ा उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के पास हैं…ये भी चल रही हैं।
आज भी…प्रात:काल 8 बजे आज भी जब मैं रिपोर्ट ले रहा था तो तब तक 40 लाख श्रद्धालु केवल आज स्नान कर चुके थे। ये क्रम दिनभर चलता रहेगा।’