बेरमो (बोकारो) : झारखंड सरकार की स्वास्थ्य विभाग में गरीबों की इलाज को लेकर कितनी सतर्कता है यह अब देखने को मिल रही है. सदर अस्पताल बोकारो में कुछ इसी तरह का एक मामला सामने में आया है. बेरमो के चंद्रपुरा प्रखंड के कुरुंबा पंचायत रटारी गांव की गरीब एवं बुजुर्ग महिला मिथिला देवी अपनी पेट दर्द की शिकायत को लेकर सदर अस्पताल बोकारो 8 नवंबर को पहुंची थी. जहां डॉक्टरों के द्वारा जांच कर बच्चादानी में इंफेक्शन की बात कही और डॉक्टरों ने कहा कि ऑपरेशन करना होगा.
मरीज की बहू ने बताया कि तीन बार ऑपरेशन थिएटर ले जाकर घंटों बिठाया लेकिन ऑपरेशन नहीं किया. उन्होंने कहा कि मरीज की सुध लेने वाला यहां कोई नहीं है. न डॉक्टर न सिस्टर न कंपाउंडर, और ना ही कोई सिस्टम है. मरीज के बेटे ने कहा कि मेरी मां को छुट्टी भी नहीं दिया जा रहा है, ताकि कहीं और जाकर बेहतर इलाज कराएं.
कुरुंबा पंचायत के मुखिया जगरनाथ महतो ने सदर अस्पताल बोकारो पहुंचकर मरीज एवं परिजनों से इलाज संबंधी जानकारी ली. डॉक्टरों से भी उन्होंने बात करना चाहा पर वहां कोई नहीं मिला. मरीज के परिजनों की शिकायत है कि यहां उनकी कोई नहीं सुन रहा है. इलाज में लापरवाही बरती जा रही है. अस्पताल गरीबों का है. अगर इस तरह इलाज में लापरवाही की जाएगी तो गरीब के नसीब में मौत के सिवा कुछ नहीं मिलेगा. इस संबंध में न्यूज 22 स्कोप के संवाददाता ने डॉ संजय कुमार से दूरभाष पर बात की तो उन्होंने कहा कि उसकी ऑपरेशन सोमवार को होगी, किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं की जा रही है.
रिपोर्ट: मनोज कुमार
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