पटना : बिहार विधानसभा में जुम्मे की नमाज को लेकर जमकर हंगामा हुआ. इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई.
दरअसल हुआ यूं कि शुक्रवार को पहली पाली में बिहार विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल चल रहा था और स्थापित परंपरा के मुताबिक इस दिन जुम्मे की नमाज को ध्यान में रखते हुए सदन की कार्यवाही 12:30 बजे स्थगित कर दी जाती थी.
मगर इस बार ऐसा नहीं हुआ, जिसको लेकर सरकार और विपक्ष में सदन के अंदर तीखी नोकझोंक हुई.
दरअसल, जब सदन की कार्यवाही चल रही थी तो 12:30 बजने के बावजूद भी स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने सदन की कार्यवाही स्थगित नहीं की और कहा कि सदन की सहमति से सदन की कार्यवाही की अवधि बढ़ाई जाती है. स्पीकर की इस घोषणा के बाद सबसे पहले कांग्रेस विधायक विजय शंकर दुबे ने इसका विरोध किया.
इसके जवाब में स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि उन्होंने सदन में मौजूद सभी मुस्लिम विधायकों से अनुमति लेने के बाद ही सदन की कार्यवाही की अवधि बढ़ाने का फैसला लिया है.
पक्ष – विपक्ष के बीच हुई तीखी नोक-झोंक
इसके बाद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल इमान और सीपीआई माले के विधायक महबूब आलम हंगामा करने लगे जिससे नाराज होकर स्पीकर ने महबूब आलम से कहा कि राजनीति और सदन की कार्यवाही एक साथ नहीं चलेगी और उन्हें दोनों में तालमेल बिठाना पड़ेगा.
इसी बीच, बीजेपी विधायक प्रदीप कुमार ने बिहार में गौशाला की जमीन माफिया के द्वारा हड़प लेने के मुद्दे को लेकर सदन को अवगत कराना शुरू किया. मगर इस दौरान भी अख्तरुल इमान और महबूब आलम हंगामा करते रहे.
इसी हंगामे के बीच आरजेडी विधायक ललित यादव ने भी स्पीकर विजय कुमार सिन्हा से अनुरोध किया कि जुम्मे की नमाज को ध्यान में रखते हुए सदन की कार्यवाही को 12:30 बजे ही स्थगित कर दिया जाना चाहिए. ललित यादव ने कहा कि सदन में जुमे की नमाज को लेकर जो पहले से परंपरा चली आ रही है उस परंपरा को कायम रहने दिया जाना चाहिए और सदन की कार्यवाही को शुक्रवार को 12:30 बजे ही समाप्त किया जाना चाहिए.
जब विपक्ष की ओर से जुमे की नमाज को लेकर जबरदस्त हंगामा चल रहा था तो बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने भी बीच में हस्तक्षेप किया और आरोप लगाया कि 12:40 बजे तक खुद महबूब आलम सामाजिक कल्याण विभाग से जुड़ा हुआ अपना प्रश्न पूछ रहे थे मगर जैसे ही बीजेपी विधायक चंद्र कुमार ने गौशाला की जमीन का मुद्दा उठाया तो वह सदन के वेल में आ गए और हंगामा करने लगे.
रिपोर्ट : शक्ति