रांची: झारखंड में इस वर्ष मॉनसून समय से पहले दस्तक देने की तैयारी में है। भारत मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के अनुसार, आगामी तीन से पांच जून के बीच झारखंड में मॉनसून प्रवेश कर सकता है। इस बार मॉनसून का आगमन राज्य के कोल्हान और संताल परगना क्षेत्रों से होने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि यदि परिस्थितियाँ अनुकूल रहीं, तो यह 15 जून तक पूरे राज्य को कवर कर लेगा।
इससे पहले दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून ने 19 मई को केरल में दस्तक देकर बीते 16 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यह 2009 के बाद पहली बार है जब मॉनसून ने तय तिथि से आठ दिन पहले भारतीय उपमहाद्वीप में प्रवेश किया है। आमतौर पर यह एक जून तक केरल पहुंचता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है।
रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद के अनुसार, केरल में मॉनसून के जल्द आने के 10 से 12 दिनों के भीतर झारखंड में भी इसके पहुँचने की संभावना बनती है। इसके अनुरूप इस वर्ष राज्य में सामान्य से बेहतर बारिश का अनुमान है।
फिलहाल राज्य में प्री-मॉनसून गतिविधियाँ शुरू हो चुकी हैं और मौसम का मिजाज भी बदला-बदला नजर आ रहा है। विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ वज्रपात की घटनाएं दर्ज की गई हैं। इसके अलावा, हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुंच रही है, जिससे तापमान में उल्लेखनीय गिरावट आई है। कई जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से 7 से 8 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया है, और कुछ स्थानों पर यह 30 डिग्री सेल्सियस से भी कम रिकॉर्ड किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो से तीन दिनों के दौरान मॉनसून अरब सागर, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ेगा। इसके प्रभाव से झारखंड में जून के पहले सप्ताह से अच्छी बारिश की शुरुआत होने की पूरी संभावना है।