नाकाबिले बर्दास्त है इस दुनियां को प्रेमियों के चेहरे पर खिली मुस्कान

बेगूसरायः दास्ताने इश्क में विरह, वेदना और विलगाव कोई नई बात नहीं है। रस्मों-रिवाज पर चलने वाली और बन्दिशों को ही अपनी पहचान मानने वाली इस दुनियां को प्रेमियों के चेहरे पर खिली मुस्कान नाक़ाबिले बर्दाश्त है।

कुछ यही हाल है साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के रहने वाले ऑटो चालक राजेश कुमार और उसकी चाहत की। एक मेले में दूसरे धार्मिक समुदाय से आने वाली एक युवती से राजेश की आंखे चार हुई, प्यार का परवान इस कदर चढ़ा कि मजहब की दीवार भी छोटी पड़ गई। दोनों एक दूसरे के आगोश में खो चांद तारें जमीं पर लाने के सपने देखने लगें।

प्रेमिका के घर वालों को नहीं आई यह प्रेम कहानी रास

लेकिन प्रेमिका के घर वालों को यह प्रेम कहानी रास नहीं आई। यह रिश्ता कुबूल नहीं हुआ और एक दिन किताब देने के बहाने अपनी चाहत से मिलने आये राजेश को प्रेमिका के खानदान वालों ने जमकर धुलाई कर दी।

प्रेमिका के लाख चीखने-चिल्लाने और आरजू के बाद भी, उसके आंखों के सामने प्रेमी राजेश को लाठी-डंडों की बौछार से अधमरा कर दिया गया। चांद-तारें जमीं पर लाने के सपने बिखरते नजर आने लगे।

देखना है कि प्रेमी युगल को इंसाफ मिलता है या जांच के नाम पर दुनियादारी को निभाने की सीख

लेकिन प्रेमी राजेश के टूटते हौसले को उसकी चाहत ने बिखरने नहीं दिया। धर्म के धंधे को सलाम कर राजेश के साथ खड़ी हो गई। जब परिवार वालों का जमीर नहीं जागा तो प्रेमिका ने जहर खा अपनी इहलिला को समाप्त करना बेहतर समझा, बनिस्पत की किसी और के अश्क को अपनी आंखों में बसाये।

बहरहाल पुलिस के अनुसार मामला प्रेम संबंध से जुड़ा हुआ है, किसी भी पक्ष के द्वारा आवेदन नहीं दिया गया है। लेकिन पुलिस जांच पड़ताल के बाद कार्रवाई की बात कह रही है। देखना है कि प्रेमी युगल को इंसाफ मिलता है या जांच के नाम पर दुनियादारी को निभाने की सीख।

रिपोर्ट- सुमित

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