रांचीः राजधानी रांची में आज जनजाति सुरक्षा मंच की प्रेस वार्ता हुई। प्रेस वार्ता में आज छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने कहा कि झारखंड में सरना धर्म कोड की कोई जरुरत नहीं है। यह महारैली किसी धर्म, किसी जाति के खिलाफ नहीं है।
भगवान बिरसा मुंडा को समर्पित है यह महारैली
हम भी 25 दिसंबर के दिन को ईसाई समुदाय को क्रिसमस की बधाई देते हैं। यह महारैली भगवान बिरसा मुंडा को समर्पित है क्योंकि 24 दिसंबर के दिन भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों और ईसाइयों के खिलाफ विरोध शुरु कर दिया था। इसलिए हमने इस दिन को चुना है।
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आगे उन्होंने कहा कि जो लोग जनजाति छोड़कर दूसरे धर्म में परिवर्तित हो गए हैं उनको सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलना चाहिए। उनकी डी लिस्टिंग होनी चाहिए।
24 दिसंबर को होगी आदिवासी डी-लिस्टिंग की महारैली
ज्ञात हो कि 24 दिसंबर को है आदिवासी डी-लिस्टिंग की महारैली होने वाली है। यह महारैली आदिवासी छोड़कर दूसरे धर्म में धर्मांतरित करने वाले लोगों को आरक्षण का लाभ दिए जाने के विरोध में निकाला जा रहा है। क्रिश्चियन संगठनों ने इस रैली को रोकने के लिए आवेदन दिया है।
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इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को भी निमंत्रण दिया गया है। हालांकि राज्यपाल के आने को लेकर गणेश राम भगत ने कहा कि राज्यपाल ने आधिकारिक तौर पर अब तक कंफर्मेशन नहीं दी है।