रांची: साइबर अपराध थाना की पुलिस ने 28.94 लाख रूपय की ठगी करने के मामले में दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में ओडिशा के बालासोर का सुरेंद्र दास और राज किशोर नंदा शामिल है।
इसके पास से पुलिस ने दो मोबाईल,चार सिम और एक आधार कार्ड और दो एटीमए कार्ड जब्त किए है। ठगी मामले राजकिशोरनंदा में 14 जनवरी 2023 को साइबर अपराध थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
इस मामले में एक साल बाद पुलिस ने दो साइबर अपराधियों की गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, साइबर अपराधियों ने वादी से पहले टेलीग्राम के माध्यम से संपर्क किया।
साइबर अपराधियों की ओर से पहले एक लिंक (https://www.alamo-platform. com/index) भेजा गया। फिर इस लिंक पर लॉग इन कर मूवीज रेटिंग करने का पार्ट टाइम जॉब ऑफर दिया गया। साइबर अपराधियों द्वारा वादी को अन्य कई टेलीग्राम प्रोफाइल से जोड़ कर मूवीज रेटिंग करने का दबाव बनाया जाने लगा।
उनकी ओर से कहा गया कि टास्क पूरा होने पर पैसे मिलेंगे। वादी को झांसे में लेने के लिए साइबर अपराधियों ने उनके पेटीएम खाते में कुछ रुपए भी भेजे, ताकि उनका विश्वास उन पर बन जाए।
साइबर अपराधियों ने वादी को जितने पैसे भेजे थे, उसे निवेश करने का प्रलोभन दिया। कहा कि अगर वह निवेश करते हैं तो उस पर उनको बोनस मिलेगा, जो उनके एकाउंट में जमा होगा। साइबर अपराधी मूवीज रेटिंग के टास्क को पूरा करने के लिए अलग-अलग बैंकों में खाते खुलवा कर डिपोजिट कराते थे।
यह भी आश्वासन देते थे कि 30 मूवी की रेटिंग पूरी करने के बाद पूरे पैसे कमीशन के साथ वापस कर दिए जाएंगे। शुरुआत में 30 मूवीज की रेटिंग पूरी होने पर उनके खाते में कुछ रुपए भेजे गए। जब वादी उनके पूरे झांसे में आ गए, तब उनसे 28.94 लाख रुपए साइबर अपराधियों ने अलग अलग खातों के माध्यम से ठग लिए।
इसके बाद एक रुपया भी उनके खाते में नहीं आया, तब उन्हें समझ में आया कि वे साइबर ठगी के शिकार हो गए हैं। साइबर थाना की पुलिस ने जब मामले का अनुसंधान शुरू किया तो जानकारी मिली कि इनके द्वारा फर्जी कंपनी के नाम पर महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, बिहार, हैदराबाद और दिल्ली में बैंक खाते खोले गए थे, जिसमें साइबर अपराधियों ने करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन किया था।
अनुसंधान के क्रम में यह बात भी सामने आई कि कुमार ग्लोबल साफ्टवेयर सॉल्यूशन नाम की शेल कंपनी के यश बैंक के खाते में अबतक एक साल में 2.59 करोड़ रुपए का फ्रॉड ट्रांजेक्शन हुआ है। इनके विरुद्ध नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के माध्यम से केरल, आंध्रप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, तेलंगाना में 17 शिकायतें दर्ज हैं। इनके द्वारा फ्रॉड के लिए नौ बैंकों में खातों खुलवाए गए थे।