मोतिहारी : बिहार के पूर्वी चंपारण के हरसिद्धि में युवा पत्रकार मनीष कुमार सिंह की निर्मम हत्या कर दी गई। मनीष का 2 दिन पहले अपहरण कर लिया गया था। परिजनों द्वारा पुलिस में मामला दर्ज कराए जाने के बाद भी पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया था। हलांकि मनीष की मोटरसाइकिल घटना वाले दिन ही वारदात स्थल के आसपास बरामद हुई थी। मनीष इलेक्ट्रॉनिक चैनल से जुड़े हुए थे।
मठ लोहियार चौक से विगत शनिवार से लापता पत्रकार मनीष कुमार का शव मंगलवार को बरामद हुआ। मठलोहियार गद्दी टोला के समीप से पत्रकार का शव बरामद किया गया है। मृतक पत्रकार मनीष कुमार पहाड़पुर थाना क्षेत्र के बथुआहा गांव के रहने वाले थे। उनके पिता संजय सिंह स्थानीय अखबार निकालते हैं। पुलिस घटना की जांच में जुटी हुई है। साथ ही दो स्थानीय पत्रकारों अमरेंद्र कुमार व असजद आलम को इस हत्याकांड में दो दिन पूर्व ही पुलिस ने कस्टडी में लिया था। जिन्हें जेल भेज दिया गया है।
पत्रकार मनीष के लापता होने के बाद उनके पिता संजय सिंह ने स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज कर दो स्थानीय पत्रकार अमरेंद्र कुमार और असजद आलम समेत 13 लोगों को नामजद किया था। बाद में वीडियो खंगालने पर दोनों नामजद पत्रकार मनीष के साथ दिखे थे। जबकि मनीष का बैग अमरेंद्र के घर से बरामद हुआ। पुलिस के अनुसार जिस दिन मनीष कुमार लापता हुए थे। उसी दिन उनकी गला रेतकर हत्या कर दी गई थी।
डीएसपी संतोष कुमार ने बताया कि ग्रामीण अपने धान के खेत में खाद छिड़क रहे थे। उसी दौरान खेत में मृतक का जूता मिला। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और ग्रामीणों के सहयोग से शव बरामद किया गया। शव की पहचान मनीष कुमार के रूप होने के बाद आसपास के लोगों के साथ पत्रकारों की भीड़ भी घटनास्थल इकट्ठा हो गई।