Sidhu Border- तीन कृषि कानूनों के खिलाफ करीबन एक वर्ष से सिंधु बॉर्डर और पूरे देश में आन्दोलनरत किसानों ने आखिरकार अपना आन्दोलन स्थगित करने की घोषणा कर दी है.
संयुक्त किसान मोर्चा जुड़े शिव प्रसाद कक्का ने कहा है कि 11 जनवरी से किसान अपने-अपने घरों को लौटेगें. साथ ही, 15 जनवरी को स्वर्ण मंदिर में अपना माथा टेकेंगे. लेकिन इसके साथ ही किसानों ने यह चेतावनी भी दी है कि यदि सरकार अपना वादा नहीं निभाती है या वादा से पीछे हटती है तो किसान एक बार फिर से आन्दोलन करने को बाध्य होंगे. किसान मोर्चा हर महीने इसकी समीक्षा करेंगा कि सरकार किसानों की मांग को पूरा करने की दिशा कितना आगे बढ़ी है. यदि सरकार अपने वादे से पीछे हटती है तो किसानों एक बार फिर से आन्दोलन की राह चलेगें.
यहां बता दें कि सराकर ने पहले ही संसद की सहमति से तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया है. लेकिन किसानों की मांग इसके साथ ही किसान आन्दोलन के दौरान मृतक किसानों को मुआवजा देने, किसानों पर पूरे देश में दर्ज मामलों को वापस लेने और एमसपी पर कानून बनाने की है. किसानों नेताओं ने कहा है कि किसान अपनी जीत के साथ वापस जा रहे है. अपने आन्दोलन के दम पर किसानों ने सरकार को बैकफूट पर आने का बाध्य कर दिया.
आपका अधिकार, आपकी सरकार, आपके द्वार एक बेहतर कार्यक्रम- जयंत सिन्हा