Lucknow : दिल्ली के बाद अब यूपी की राजधानी लखनऊ की हवा सांस लेने योग्य नहीं रही है. मानसून के समाप्ति के बाद रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन सेंटर के द्वारा की गई सर्वे ने सभी को चौका के रख दिया. जहां AQI पर आंकड़ा खुश करने वाला था, वहीं सर्वे का रिपोर्ट कुछ चुकाने और दुखित करने वाला आ रहा था. बता दें, सर्वे के दौरान लखनऊ के कई इलाकों की हवा इतनी दूषित नजर आई. जिसे देखकर सभी अपनी आंखें मलते रह गए. लखनऊ के अधिकांश इलाकों में AQI लेवल 400 के पार नजर आया.
Lucknow : AQI रिपोर्ट सर्वे के मुकाबले बिल्कुल अलग
जैसा की हम सभी जानते हैं कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लखनऊ के छह वायु गुणवत्ता मापक सेंटरों से रिपोर्ट लेकर और उसकी समीक्षा करने के बाद अपनी AQI रिपोर्ट सभी के साथ साझा करती है. एक तरफ सर्वे के द्वारा आए आंकड़ों ने हम सभी को हैरान कर दिया. वहीं दूसरी तरफ लखनऊ की सरकारी AQI रिपोर्ट ने भी हमें हैरान किया. सरकारी AQI रिपोर्ट में लेबल 50 से 250 के बीच नजर आया.
आरएसएसी के वैज्ञानिकों ने अपनी राय सभी के साथ साझा करते हुए कहा कि अब यूपी की राजधानी लखनऊ की हवा सांस लेने योग्य नहीं है. वैज्ञानिकों ने राजधानी की हवा दूषित होने के पीछे की वजह भी सभी के साथ साझा की. उन्होंने कहा कि बीते दिन देश में दीपावली का त्योहार है. जिस वजह से वहां की हवा प्रदूषित तो हुई है. मगर वायु प्रदूषण के पीछे की वजह केवल एक नहीं बल्कि कई सारी है. जैसे बढ़ती आबादी और अनियंत्रित वाहन.
Lucknow : बढ़ती आबादी के कारण हवा पर बढ़ रहा दबाव
आरएसएसी के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी लखनऊ की आबादी भी काफी अधिक बढ़ गई है. लखनऊ में लगभग 40 लाख से अधिक लोग रह रहे हैं. जिस वजह से यहां की हवा में काफी दबाव पड़ रहा है. इसके अलावा उद्योगों ने भी यहाँ की हवा पर काफी अधिक दबाव डाला है.
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