हजारीबागः विनोबा भावे विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले विभिन्न बी.एड महाविद्यालय के प्रशिक्षुओं द्वारा विनोबा भावे विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के समक्ष प्रदर्शन किया गया था। आंदोलन का नेतृत्व एमडी मिराज, जीवन यादव, अभिषेक राज कर रहे थे। छात्रों द्वारा आरोप लगाया गया कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा मांगों पर केवल आश्वासन दिया जा रहा है।
8 मई को छात्रों के प्रदर्शन के बाद बीएड पाठ्यक्रम में दो मेथड करने के संबंध में 3 दिनों में कमेटी का निर्णय आने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन सप्ताह भर बीत जाने के बावजूद भी किसी प्रकार का कोई निर्णय नहीं आया। विवश होकर विभिन्न महाविद्यालयों के बी.एड प्रशिक्षुओं द्वारा 20 मई को फिर से प्रदर्शन किया गया।
विनोबा भावे विश्वविद्यालय कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक व एम.एड के प्रमुख ने प्रदर्शनकारियों से कहा की आपके मांग पर कार्यवाही की जा रही है तर्क संगत व विभिन्न तकनीकी पहलुओं को देख कर निर्णय लिया जाएगा। परंतु कई महीने बीत जाने के बाद भी कोई निर्णय युनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा नहीं लिया गया। ।बताते चले कि विनोबा भावे विश्वविद्यालय में बीएड पाठ्यक्रम में केवल एक ही मेथड पेपर की पढ़ाई होती है जबकि अन्य विश्वविद्यालयों में 2 मेथड पेपर के अनुसार पढ़ाई कराई जाती है।
इस विषय को लेकर छात्र काफी आशंकित व चिंतित थे उसको लेकर कई महीने से छात्र अपने मांग को शासन के समक्ष रखने का काम कर रहे थे। प्रदर्शनकार्यों के प्रतिनिधि मंडल से विश्वविद्यालय प्रशासन मिला मांगों पर सकारात्मक कदम उठाते हुए बीएड पाठ्यक्रम में दो मेथड पेपर के लिए बोर्ड आफ स्टडीज का गठन किया गया और वर्तमान सत्र से ही दो मेथड पेपर की पढ़ाई लागू होगी।
रिपोर्टः शशांक शेखर