बिहार महिला आयोग की अध्यक्ष अप्सरा मिश्रा ने पंचायत स्तर पर महिलाओं की समस्याओं और सुरक्षा के लिए “Womens Voice” कार्यक्रम की जानकारी दी।
Walk With Bihar पटना: 22SCOPE के कार्यक्र “Walk With Bihar” में बिहार महिला आयोग की अध्यक्ष अप्सरा मिश्रा ने महिलाओं की सुरक्षा, अधिकार और जागरूकता पर विस्तार से बात की। कार्यक्रम में 22SCOPE की ओर से करिश्मा ने सवाल पूछे और अध्यक्ष ने अपने अनुभव साझा किए।
अप्सरा मिश्रा ने बताया कि महिलाओं के पास अक्सर घर से ही समस्याएं शुरू होती हैं, लेकिन वे कई बार अपनी शिकायतें नहीं पहुंचा पातीं। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए आयोग ने “Womens Voice” नामक कार्यक्रम शुरू किया है। इसके तहत पंचायत स्तर तक जाकर महिलाओं को अपने हक और अधिकारों की बात कहने का मंच दिया जाएगा।
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उन्होंने यह भी कहा कि अब महिलाएं चुनाव में सजग हो रही हैं। वह केवल लालच या वादों के आधार पर वोट नहीं देतीं, बल्कि उनके हितों और विकास पर आधारित निर्णय करती हैं। आयोग लगातार महिलाओं को जागरूक करने और उनकी भागीदारी बढ़ाने का काम कर रहा है।
Key Highlights:
बिहार महिला आयोग की अध्यक्ष अप्सरा मिश्रा ने महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों पर विस्तृत बातें साझा कीं।
“Womens Voice” कार्यक्रम के तहत पंचायत स्तर तक महिलाओं की समस्याओं को सीधे सुना और समाधान किया जाएगा।
महिलाओं की भागीदारी चुनाव और समाज में बढ़ रही है, अब वोट भी उनकी जागरूकता पर निर्भर करते हैं।
आयोग ने 6000 लंबित मामलों में से 1300 केसेस को प्राथमिकता दी, और हर जिले व प्रखंड में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
महिला हेल्पलाइन 181 और पुलिस 112 के माध्यम से तत्काल सहायता प्रदान।
आयोग ने महिलाओं के पोषण, स्वास्थ्य और स्वरोजगार पर विशेष योजनाओं पर जोर दिया।
Walk With Bihar महिला सुरक्षा और अपराध पर:
अप्सरा मिश्रा ने कहा कि बिहार में अपराध की घटनाओं पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। आयोग ने 6000 लंबित मामलों में से 1300 मामलों को प्राथमिकता दी है और हर जिले व प्रखंड में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। महिला हेल्पलाइन 181 और पुलिस 112 के माध्यम से महिलाओं को तुरंत सहायता उपलब्ध कराई जाती है।
Walk With Bihar स्वास्थ्य और पोषण:
अध्यक्ष ने महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि महिलाएं अक्सर परिवार की देखभाल में खुद का पोषण और स्वास्थ्य भूल जाती हैं। आयोग की योजनाओं के तहत उनके पोषण, स्वास्थ्य और स्वरोजगार के लिए कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
अप्सरा मिश्रा ने स्पष्ट किया कि आयोग का उद्देश्य सिर्फ शिकायत सुनना नहीं है, बल्कि जमीनी स्तर पर निरीक्षण और समाधान करना भी है। समस्तीपुर, पटना और अन्य जिलों में यह काम सक्रिय रूप से चल रहा है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए सुरक्षा, शिक्षा और स्वरोजगार के माध्यम से उनके अधिकार सुनिश्चित किए जा रहे हैं। यह कदम महिलाओं की भागीदारी को मजबूत बनाता है और उन्हें समाज में सशक्त बनाता है।
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