रांची: जल संकट – हर साल बढ़ती गर्मी और शहरीकरण की मार झेल रहे रांची शहर के कई तालाब अब सूखने की कगार पर पहुंच गए हैं। रांची नगर निगम ने पूर्व में नगर क्षेत्र के 11 तालाबों का सुंदरीकरण और जीर्णोद्धार कराया था, लेकिन इन तालाबों तक वर्षा जल पहुंचाने की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई। इसके चलते अब ये तालाब अपनी मूल जलधारण क्षमता खोते जा रहे हैं और इनका असर आसपास के भूगर्भ जलस्तर पर भी पड़ रहा है।
Highlights
घुमसा टोली स्थित नायक तालाब, बहुबाजार के बनस तालाब और हज हाउस के पीछे कडरू बस्ती तालाब के चारों ओर खाली भूखंड हैं, जो वर्षा जल संचयन के लिए अनुकूल हो सकते थे। लेकिन सुंदरीकरण के दौरान चारों ओर कंक्रीटीकरण और चारदीवारी ने प्राकृतिक जल प्रवाह को अवरुद्ध कर दिया। स्थानीय लोगों के लिए व्यू प्वाइंट और एलईडी स्ट्रीट लाइट्स लगाने से सौंदर्य तो बढ़ा, परंतु जल संरक्षण की मूल आवश्यकता पर ध्यान नहीं दिया गया।
जल संकट :
साल 2024 में तत्कालीन प्रशासक अमीत कुमार की पहल पर रोशनी की सुंदर व्यवस्था की गई, लेकिन जलस्तर कम होने से गर्मी के मौसम में यह सौंदर्य भी फीका लगने लगता है। अब मई-जून के महीने में नायक तालाब और कडरू तालाब पूरी तरह सूख जाते हैं और बच्चे वहां खेलते दिखाई देते हैं।
पहले ये तालाब लबालब भरे रहते थे, जिससे भूगर्भ जल का स्तर बना रहता था। लेकिन आज, जब तालाबों में पानी नहीं है, तो जल संकट ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है।