पटना: लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने America में भारत को रोजगार के मोर्चे पर विफल बताया है जबकि चीन की तारीफ की है। इस मामले के बाद राहुल गांधी को एनडीए के नेता चौतरफा घेरने में लग गए हैं और राहुल गांधी पर एक से एक आरोप लगा रहे हैं। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि अमरिका में राहुल गांधी ने चीन की तारीफ की लेकिन भारत को विफल बताया।
उन्हें भारत में केवल बुराइयां दिखती है और विदेश में सब कुछ अच्छा दिख रहा है, यह उनकी आदत बन गई है। कहीं न कहीं यह गलत राजनीतिक परंपरा की शुरुआत है। सत्ता पक्ष और विपक्ष में हमेशा से मतभेद रहा है और यह आपसी मतभेद होता है इसका यह मतलब नहीं है कि विदेश में जाकर अपने व्यक्तिगत राजनीतिक लाभ के लिए अपने मतभेद का इस्तेमाल करें और विदेशी मंच पर अपने ही देश की बुराई करें। उन्हें ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है।
राहुल गांधी भारत में नेता प्रतिपक्ष भी हैं। वे सरकार के समक्ष अपने सुझाव रख सकते हैं, अपनी चिंताओं को भी रख सकते हैं लेकिन इस तरह विदेश में जा कर बुराई करना कहीं से उचित नहीं है। राहुल गांधी के बारे में कांग्रेस के ओवरसीज प्रेजिडेंट सैम पित्रोदा ने कहा था कि राहुल गांधी पप्पू नहीं हैं, वे गहरी सोच रखने वाले रणनीतिकार हैं लेकिन वे क्या हैं यह सारा कुछ पब्लिक डोमेन में है।
जनता ने तीसरी बार नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में चुना है तो कहीं न कहीं यह बात स्पष्ट है कि सैम पित्रोदा ने जिन चीजों को उल्लेख किया है कम से कम भारत की जनता उसे स्वीकार नहीं करती है। अगर उन बातों को भारत की जनता स्वीकार करती तो फिर नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री नहीं चुनती।
वहीं पटना सिटी में भाजपा नेता की हत्या को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि यह चिंता का विषय है। अगर इस तरह से सरेआम हत्याएं हो रही है तो ऐसे में जरूरी है कि कानून को और सख्ती से लागू किया जाए। जब तक अपराधियों के मन में डर नहीं आएगा, तब तक इस तरह की घटनाएं घटती रहेंगी। मैं पुनः आग्रह करूंगा स्थानीय प्रशासन से कि जल्द से जल्द जो भी दोषी हो उन पर कड़ी कार्रवाई करें और कानून के डर को कम से कम अपराधियों के मन में स्थापित करें।
https://www.youtube.com/@22scopebihar/videos
यह भी पढ़ें- BJP नेता हत्याकांड पर BJP प्रदेश अध्यक्ष ने कहा ‘शाम तक इंतजार करिये तो जदयू प्रवक्ता ने कहा….’
पटना से विवेक रंजन की रिपोर्ट
America America America America America
America