Ranchi- बंगाल में झारखंड कांग्रेस के तीन विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नवन विक्सल कोंगाड़ी
की गिरफ्तारी पर झारखंड कांग्रेस के साथ ही जेएमएम में भी हलचल तेज है.
झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि लेने वाला तो गिरफ्तार हो गया,
लेकिन बड़ा सवाल यह है कि देने वाला कौन है. यह पूरा प्रकरण सरकार को गिराने की साजिश का हिस्सा है.
राष्ट्रपति चुनाव के दौरान क्रास वोटिंग की शिकायत आयी थी.
कई संभावनाओं को तलाशा जा रहा था, लेकिन उसका पुख्ता सबूत नहीं था.
अब जब यह घटनाक्रम सामने आया है, तब उन आशंकाओं की पुष्टि होती है.
झारखंड कांग्रेस ने विधायकों खिलाफ दर्ज करवाया मामला
राजेश ठाकुर ने कहा कि इस मामले में कांग्रेस विधायक अनुप सिंह के द्वारा अलगोड़ा थाना में शिकायत दर्ज करवायी गयी है.
जांच के बाद सारी सच्चाई सामने आ जाएगी. हमारे विधायकों को मिनिस्ट्रियल बर्थ देने का प्रलोभन दिया जा रहा था.
अब जब मामले की जांच होगी, तब इसकी पूरी सच्चाई सामने आयेगी.
राजेश ठाकुर ने कहा कि आज लोकतंत्र खतरे में है, सारे विपक्षी दलों की सरकार को गिराने और अस्थिर करने की साजिश रची जा रही है
और झारखंड में यह खेल लम्बे अर्से से चल रहा था.
सच्चाई यह है कि आज देश में लोकतंत्र खतरे में है
और इस लोकतंत्र को बचाने की जिम्मेवारी सिर्फ किसी एक राजनीतिक दल पर नहीं है,
यह मीडिया का भी दायित्व है कि वह इस पूरे खेल को उजागर करे.
सिर्फ लेने वाला दोषी नहीं है, दिया कौन इसकी सच्चाई सामने आनी चाहिए.
विधायकों को खरीदने की कोशिश, लोकतंत्र पर कुठाराघात
जबकि मंत्री आलमगीर आलम ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि
यह लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश है.
भाजपा अपनी शक्ति को दुरुपयोग कर विपक्षी दलों की सरकार को गिराने की साजिश करती रहती है,
जनता की भावानओं के साथ खिलवाड़ करती है,
इस घटना के बाद साफ हो गया है कि जनता चाहे जिसे भी अपना मत दे, सरकार तो भाजपा की ही बनेगी.
इस कुकर्म में भारतीय जनता पार्टी शामिल
पूर्व विधायक और कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने विधायकों की खरीद को जनतंत्र और
जनमत का अपमान बतलाते कहा कि इस खेल में जो भी विधायक संलग्न है,
उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, इस कुकर्म में भारतीय जनता पार्टी शामिल है,
इस मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए.
तीनों विधायक के साथ कुल पांच को बंगाल पुलिस ने लिया हिरासत में
यहां बता दें कि इन तीनों को वाहन चेकिंग के दौरान करीबन पचास लाख कैश के साथ गिरफ्तार किया गया था.
ये तीनों ही डॉ इरफान अंसारी के कार में बैठ कर बंगाल जा रहे थें, इस दरम्यान एक वाहन चेकिंग को दौरान इनके कार से करीबन 50 लाख रुपये की बरामदगी हुई थी. उसके बाद तीनों विधायकों को बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार कर मामले में सीआईडी जांच का आदेश दे दिया है.
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