दानापुर : दानापुर में आर्मी के अधिकारी और जवान की पत्नियों ने मंगलवार को दानापुर एसडीओ कार्यालय के सामने तख्ती लेकर धरना दिया. उसके बाद एसडीओ को एक ज्ञापन भी सौंपा है. जिसमें उन्होंने दानापुर के शाहपुर और मनेर इलाके के गंगा किनारे चल रहे ईंट-भट्टों से निकलने वाले धुआं और प्रदूषण से बचाने के लिए आग्रह किया. साथ ही ज्ञापन में यह कहा गया है कि यहां दानापुर छावनी क्षेत्र में प्रवासी पक्षी आते हैं और यहां प्रजनन करते हैं.
ज्ञापन में कहा गया कि दानापुर में आर्मी के जवान रहते हैं. यहां स्कूल के छात्र पढ़ाई करते हैं. आर्मी का परिवार भी रहता है. यहां रह रहे सभी लोग इस प्रदूषित वातावरण से प्रभावित हो रहा है और उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. प्रदूषण के कारण लोग बीमार भी हो रहे हैं.
एसडीओ कार्यालय आए आर्मी जवान के पत्नियों ने कहा कि कोरोना से सबसे ज्यादा नुकसान फेफड़ों को होता है. ऐसे में ईंट-भट्टों से निकलने वाले प्रदूषित करने वाला धुआं लोगों को और ज्यादा प्रभावित कर रहा है. हालात ऐसा हो गया है कि अब तो जीना और सांस लेना भी मुश्किल हो गया है.
दानापुर सब एरिया के जीओसी राजपाल पुनिया की पत्नी अनीता पुनिया के नेतृत्व में 230 आर्मी के जवान की पत्नियों ने एक साथ यह ज्ञापन दानापुर अनुमंडल अधिकारी को सौंपा. इस मौके पर अनीता पुनिया ने कहा है कि दानापुर कैंटोनमेंट में मौजूद स्कूल और आमजन प्रदूषण से प्रभावित हो रहे हैं. दानापुर छावनी परिषद के प्रवासी पक्षी प्रदूषण से प्रभावित हो रहे हैं. इसके साथ-साथ ट्रेनिंग लेने वाले सैनिक, सैनिकों के परिवार और स्कूली छात्र सभी पर इसका असर पड़ रहा है. अगर प्रदूषण को रोका नहीं गया तो और ज्यादा प्रभाव पड़ेगा.
रिपोर्ट : पंकज राज
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