Ramgarh: जिले के सीसीएल अरगड्डा क्षेत्र का सिरका परियोजना हमेशा सुर्खियों में रहता है। अब यहां एंबुलेंस से सामान ढोने का मामला सामने आया है। प्रबंधन अपना काम निकालने के लिए अन्य वाहनों को छोड़कर एंबुलेंस से ही सामान ढुलवा रहा है और मामला खुलने पर छोटी-मोटी बात कह कर पल्ला झाड़ ले रहा है।
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Ramgarh: एंबुलेंस से ढोया जा रहा सामान
वही इस मामले को लेकर यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन (एटक) के अरगड्डा क्षेत्रीय प्रतिनिधि सुशील कुमार सिन्हा ने प्रेस में बयान देते हुए सिरका अरगड्डा में एंबुलेंस के द्वारा सामान ढोने को बिल्कुल नाजायज व गंभीर मसला बताया है। उन्होंने कहा है कि प्रबंधन इस प्रकार की हरकतों को रोके, कामगारों के परिवारों व आपात स्थिति में लोगों को स्वास्थ्य चिकित्सा देने के लिए उपयोग में ले जाने वाली एंबुलेंस को केवल उसी में लगाया जाए।
Ramgarh: तत्काल रोक लगाने की मांग
वहीं झारखंड मजदूर यूनियन के केंद्रीय उपाध्यक्ष दिलीप भुईया ने कहा कि अरगड्डा सिरका में अधिकारियों द्वारा निजी व अन्य कार्यों के लिए एम्बुलेंस से सामान ढोने की सूचना लगातार मिल रही थी, जो काफी अशोभनीय है। इस पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। एम्बुलेंस आपात सेवा बहाल के लिए होता है। न कि कोलियरी प्रबंधन अपने मनमाने तरीके से सामान लादने में लगाए। इसके लिए अन्य वाहनों का उपयोग किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो आगामी दिनों में वरीय प्रबंधन से मिलकर इसके बारे में मांग की जाएगी। सुधार नहीं होने पर आंदोलन का रुख अख्तियार किया जाएगा। सूत्र बताते है कि अक्सर एंबुलेंस में माइनिंग जूते, नाश्ता के पैकेट बॉक्स, सुरक्षा विभाग प्रहरियों को यहां-वहां भेजने, बाजार के कार्यों में एंबुलेंस जैसे वाहन को भेज दिया जाता है, जिसे लोग देखकर चौक चौराहों पर चर्चा भी करते हैं।
Ramgarh: प्रबंधन ने झाड़ा पल्ला
वहीं स्थानीय सिरका प्रबंधन के सेफ्टी समेत अन्य वरीय पदाधिकारियों से पूछने पर छोटी-मोटी बात और मेरे चार्ज में एंबुलेंस नहीं होने जैसी बातें बताते हैं, लेकिन कैमरा के सामने कुछ भी कहने से परहेज करते हैं। स्थानीय सिरका प्रबंधन एंबुलेंस को अक्सर सामान ढोने जैसे काम में लगा देता है, जो घोर लापरवाही की ओर इशारा कर रहा है। लोगों का कहना है कि दुर्घटनाएं होने पर समय पर कामगारों, पीड़ितों को एंबुलेंस नहीं मिल पाती है।
रविकांत की रिपोर्ट