RANCHI: पैर छूकर आशीर्वाद – पुराने समय से ही परंपरा चली आ रही है कि जब भी
हम किसी विद्वान व्यक्ति या उम्र में बड़े व्यक्ति से मिलते हैं तो
उनके पैर छूते हैं. इस परंपरा को मान-सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है.
जब भी कोई हमारे पैर छूता है तो उस समय भगवान का नाम लेने से पैर
छूने वाले व्यक्ति को भी सकारात्मक फल मिलते हैं. आशीर्वाद देने से पैर छूने वाले
व्यक्ति की समस्याएं खत्म होती हैं, उम्र बढ़ती है और नकारात्मक शक्तियों
से उसकी रक्षा होती है. हमारे द्वारा किए गए शुभ कर्मों का अच्छा असर
पैर छूने वाले व्यक्ति पर भी होता है. बचपन से ही बच्चों को यह गुण सिखाया जाता है.
पैर छूकर आशीर्वाद – रक्त संचार
हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने तो बड़े-बुजुर्गों के चरण स्पर्श करने से कमर के ऊपरी भाग में रक्त संचार सही से होता है. इससे त्वचा और बालों की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है. इसके लिए रोजाना सुबह में माता पिता के पैर छूकर आशीर्वाद अवश्य प्राप्त करें. योग में चरणस्पर्श को साष्टांग प्रणाम कहा गया है.
पॉजिटिव एनर्जी का संचार
पैरों में पॉजिटिव एनर्जी का फ्लो रहता है और ऐसे में जब हम किसी के पैर छूते हैं तो उसकी पॉजिटिव एनर्जी हमें मिल जाती है. इतना ही नहीं जब सामने वाला आशीर्वाद देने के लिए हमारे सिर पर हाथ रखता है तो दोनों के बीच एनर्जी का आदान-प्रदान होता है. पॉजिटिव एनर्जी हमारे जीवन में कितना महत्व रखती हैं ये तो आप जानती ही हैं.
रिपोर्ट: आरती