जनार्दन सिंह की रिपोर्ट
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लखनऊ / प्रयागराज : आतंकी नेटवर्क के लिहाज से प्रयागराज को संवेदनशील मान हाई अलर्ट मोड में आई यूपी पुलिस। Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह के पड़ोसी जनपद कौशांबी से एक दिन पहले हुई गिरफ्तारी के बाद से आतंकी नेटवर्क के लिहाज से प्रयागराज को संवेदनशील मानते हुए यूपी पुलिस हाई अलर्ट मोड में है।
इस संबंधी हर कड़ी की बारीकी से पड़ताल की जा रही है। पता चला है कि कौशांबी से गिरफ्तार Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह के साथी अमेरिका, दुबई, कतर और पुर्तगाल में ठिकाने बनाए हुए हैं। Terrorist लजर मसीह उनसे सिग्नल एप के जरिए बातचीत करता था।
Terrorist लजर मसीह के मोबाइल में तमाम आपत्तिजनक और संवेदनशील डाटा मिला है, जिसे STF की साइबर लैब खंगाल रही है। Terrorist लजर मसीह की गिरफ्तारी से पाकिस्तान से पंजाब में ड्रोन के जरिये हो रही हथियारों और मादक पदार्थों की तस्करी के बड़े नेटवर्क का खुलासा भी हुआ है।
इस नेटवर्क के माध्यम से आतंकी घटनाओं को अंजाम दिये जने का खुलासा हुआ है। लजर पर पंजाब में 7 मुकदमे दर्ज होने की जानकारी मिली है। वहीं अन्य मुकदमों एवं आपराधिक गतिविधियों के बारे में गहनता से छानबीन की जा रही है। उसके खिलाफ पंजाब पुलिस द्वारा भी विधिक कार्रवाई की जा रही है।
प्रयागराज क्यूं आतंकी लिहाज से संवेदनशील….
Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह की गिरफ्तारी मात्र से ही अचानक प्रयागराज आतंकी गतिविधियों या आतंकी नेटवर्क के लिहाज से संवेदनशील नहीं हुआ है। इसकी आतंकी नेटवर्क की पृष्ठभूमि ने यूपी पुलिस और STF के साथ ही NIA का माथा भी ठनका दिया है।
आतंकियों ने पहले भी प्रयागराज और आसपास के जिलों में अपना ठिकाना बनाया है। मार्च 2006 में वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन और संकटमोचन मंदिर में सीरियल बम धमाकों के बाद STF (स्पेशल टास्क फोर्स) ने फूलपुर के वलीउल्लाह को गिरफ्तार कर उसे मास्टर माइंड बताया था।
तब जांच में पता चला था कि प्रयागराज के फूलपुर में वलीउल्लाह के ही ठिकाने पर आतंकियों ने कुकर बम तैयार करने के बाद वाराणसी में धमाका किया। तब वलीउल्लाह समेत कई आतंकियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
वहीं, 15 साल बाद संगमनगरी का आतंकी गतिविधियों की वजह से एक बार फिर नाम उभरा था। सितंबर 2021 में करेली से एंटी टेररिस्ट स्कवायड (एटीएस) ने आतंकी जीशान और फिर मोहम्मद ताहिर उर्फ मदनी को गिरफ्तार किया।
जीशान तो पाकिस्तानी सेना से आतंकी हमलों की 15 दिन की ट्रेनिंग लेकर यहां आया था। उसके बाद इनको दिल्ली ले जाया गया। पहले जीशान और फिर ताहिर मदनी की गिरफ्तारी के बाद आतंकी नेटवर्क के लिहाज से प्रयागराज संवेदनशील हो गया।

महाकुंभ में आतंकियों के लिए बने थे 11 चेक प्वाइंट्स
महाकुंभ 2025 सकुशल संपन्न होने पर सरकार और CM Yogi आदित्यनाथ ने राहत की सांस ली लेकिन उसके लिए खुद CM Yogi लेकर पूरी यूपी पुलिस और इंटेलिजेंस ने तमाम बिंदुओं पर दिन-रात काम किया। आतंकियों के महाकुंभ में घटना को अंजाम देने के मिले शुरूआती इनपुट के बाद ही यूपी पुलिस और STF हाई अलर्ट मोड में आ गए थे।
आम श्रद्धालुओं को बिना पैनिक डाले में अपने ऑपरेशन को आतंकी नेटवर्कों के खिलाफ बखूबी संचालित करने की कार्ययोजना पर काम किया। उसी क्रम में यूपी पुलिस ने आतंकियों की हर गतिविधि पर पैनी निगरानी और उनके महाकुंभ के करीब पहुंचने के रास्ते में तमाम सख्त चेकिंग निगरानी बैरियर लगाए थे।
मोटे तौर पर महाकुंभ को लेकर यूपी पुलिस की ओर से कुल 11 चेक प्वाइंट्स बनाए थे जिनसे आतंकियों या उनके गतिविधियों को नियमित रूप से खंगालते रहा जा सके। उसी का परिणाम रहा कि Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह के मंसूबों पर पानी फिर गया और आखिरकार STF द्वारा एक दिन पहले कौशांबी में दबोच भी लिया गया।

वह बसंत पंचमी पर ही यूपी आ गया था लेकिन यूपी STF समेत यूपी पुलिस की तमाम टीमों के पैनी घेराबंदी को देखते हुए वह महाकुंभ मेला स्थल की ओर नहीं बढ़ पाया था। हालांकि Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह दिल्ली से यूपी तक श्रद्धालुओं वाली बस में ही सवार होकर पहुंचा था।
उसके बाद वह अलग-अलग ठिकानों पर रुका। इस Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह की कुंडली खंगालने के क्रम में यूपी STF ने पाया है कि यह कई लोगों के संपर्क में था। पर्ची में जिनके-जिनके नाम और मोबाइल नंबर दर्ज हैं, उनके बारे में भी पता लगाया जा रहा है।
इस आतंकी के पास से पापुलर ट्रेवेल्स के बस का टिकट, होटल मेजबान लखनऊ का कार्ड, निजाम टूर एंड ट्रेवेल्स चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट कानपुर रोड का कार्ड भी पाया गया है। Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह ने लखनऊ स्थित एक होटल में ठहरने और कुछ स्थानीय मददगारों से संपर्क किए जाने की बात स्वीकार की है।

कई शहरों के लोगों के संपर्क में रहा है गिरफ्तार आतंकी लजर
यूपी STF ने छानबीन में यह तथ्य भी पाया है कि इस Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह के संपर्क में दिल्ली, लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद सहित कई अन्य शहर में रहने वाले कई लोग हैं। Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह से कुछ लोग रेगुलर जुड़े हुए थे।
उनसे यह Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह अलग-अलग बहाने से बात करते हुए जरूरी मदद मांगता था। फिलहाल STF के साथ ही सुरक्षा एजेंसियों की टीम आतंकी लजर के स्थानीय मददगारों से लेकर उसके नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों के बारे में पता लगा रही हैं।
लजर मसीह के मोबाइल और पर्ची में मिले नंबरों की कॉल डिटेल रिपोर्ट (CDR) भी निकलवाई जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि महाकुंभ में हमले की साजिश में और कितने लोग शामिल हो सकते हैं।
अभी तक यह पुष्ट हो चुका है कि यह Babbar Khalsa International Terrorist यूपी में ही एक अधिवक्ता समेत कई लोगों के संपर्क में था। बीते गुरुवार तड़के हुए गिरफ्तारी के दौरान STF की टीम ने उसकी जेब से एक पर्ची बरामद की।
पर्ची में अंग्रेजी में एडवोकेट कुशाल बहुथा, प्रीत यूरोप, काका और प्रीत वाय का नाम व मोबाइल अंकित था। इसके अलावा आतंकी के पास से पापुलर ट्रेवेल्स के बस का टिकट, होटल मेजबान लखनऊ का कार्ड, निजाम टूर एंड ट्रेवेल्स चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट कानपुर रोड का कार्ड भी पाया गया।
इसी आधार पर STF अधिकारी मान रहे हैं कि आतंकी लजर अधिवक्ता समेत कई लोगों के संपर्क में था। पर्ची में जिनके-जिनके नाम और मोबाइल नंबर दर्ज हैं, उनके बारे में भी STF की ओर कुंडली को खंगाला जा रहा है। CDR आने के बाद आतंकी के नेटवर्क में रहने वाले करीबियों, सहयोगियों पर भी कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी है।

बीते गुरूवार को DGP प्रशांत कुमार ने बताया कि – ‘…गिरफ्तार आतंकी बब्बर खालसा का सक्रिय सदस्य है। पाकिस्तान और विदेशों में रहकर ये लगाकर काम कर रहा था। आतंकी ने अपना आधार कार्ड फर्जी पते के साथ गाजियाबाद का बनाया हुआ है।
…पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया हुआ था। अभी तक जो जानकारी हमारे पास है, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि यह गिरफ्तार आतंकी महाकुंभ में गड़बड़ी करने के लिए आया था।
…इस पर महाकुंभ में आतंकी घटना की साजिश रचने का भी आरोप है। इस आतंकी ने महाकुंभ में घटना को अंजाम देने के बाद पुर्तगाल भाग निकलने की प्लानिंग की हुई थी। हालांकि, वो अपने मंसूबे में सफल नहीं हो सका।
गिरफ्तार आतंकी लजर मसीह पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार और मादक पादार्थ मंगाता था। इसके अलावा विदेशी हथियार भी मंगाता था। जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी का ISI के 3 एजेंटो के साथ संपर्क था। उन ISI एजेंटों से ये लगातार बातचीत किया करता था।

…महाकुंभ में आतंकी घटना को अंजाम देने की साजिश का इनपुट महाकुंभ शुरू होने के दौरान ही मिला था। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस है।
…उसी क्रम में तुरंत यूपी पुलिस की STF ने पड़ताल शुरू की तो तार पंजाब तक पहुंचे। तुरंत पंजाब पुलिस को भी इस ऑपरेशन में साझा किया गया और मजबूत निगरानी के चलते महाकुंभ के दौरान आतंकियों की तमाम प्लानिंग परवान नहीं चढ़ सकीं।
लगातार ठिकाना बदलते इस आतंकी को आखिरकार महाकुंभ के समापन के बाद कौशांबी से अब दबोच लिया गया है। पकड़ा तो ये लखनऊ या कानपुर से भी जा सकता था लेकिन कौशांबी में दबोच लिया गया।
…गिरफ्तार आतंकी के पास या उससे जब्त हुए मोबाइल से जो चीजें निकलकर आएंगी, अगर इनका कहीं कोई संबंध मिलता है तो तो हम आपसे जरूर साझा करेंगे…।’