लखनऊ / प्रयागराज : Babbar Khalsa International Terrorist की गिरफ्तारी के बाद से प्रयागराज के सीमावर्ती थाने किए गए अलर्ट। कौशांबी में बीते गुरुवार तड़के 3.20 बजे हुई Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह की गिरफ्तारी के बाद से यूपी पुलिस अलर्ट मोड में है।
Highlights
इस Babbar Khalsa International Terrorist की गिरफ्तारी के बाद प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस के सभी सीमा क्षेत्र के थाने पूरामुफ्ती, एयरपोर्ट, मऊआइमा, हनुमानगंज, नैनी, नवाबगंज समेत अन्य थानों की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है।
लजर मसीह यहां महाकुंभ में विस्फोट की साजिश को अंजाम देने के लिए पहुंचा था। जांच में यूपी STF को लजर मसीह की सक्रियता कानपुर और लखनऊ में भी रही मिली है।
हालांकि, कौशाम्बी में लजर मसीह कहां छिपा था, यह जानकारी अब तक STF या यूपी पुलिस ने स्पष्ट नहीं किया है। पुलिस का दावा है कि उसे मुखबिर की सूचना पर कौशांबी के कोखराज के सकाढ़ा चौराहा से गिरफ्तार किया गया।
माना जा रहा है कि STF गिरफ्तार लजर मसीह के लोकल परिचितों एवं मददगारों को रडार पर ले रही है ताकि Babbar Khalsa International Terrorist ग्रुप के स्थानीय नेटवर्क का पूरी तरह खुलासा कर उसे नेस्तनाबूद किया जा सके।
STF की रडार पर हैं लजर के संपर्की
बता दें कि यूपी STF ने गिरफ्तार Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह के तमाम भारतीय संपर्की का ब्योरा खंगालते हुए उन्हें अपने रडार पर लिया है।
यह Babbar Khalsa International Terrorist यूपी में ही एक अधिवक्ता समेत कई लोगों के संपर्क में था। बीते गुरुवार तड़के हुए गिरफ्तारी के दौरान STF की टीम ने उसकी जेब से एक पर्ची बरामद की। पर्ची में अंग्रेजी में एडवोकेट कुशाल बहुथा, प्रीत यूरोप, काका और प्रीत वाय का नाम व मोबाइल अंकित था।
इसके अलावा आतंकी के पास से पापुलर ट्रेवेल्स के बस का टिकट, होटल मेजबान लखनऊ का कार्ड, निजाम टूर एंड ट्रेवेल्स चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट कानपुर रोड का कार्ड भी पाया गया।
इस आधार पर STF अधिकारी मान रहे हैं कि आतंकी लजर अधिवक्ता समेत कई लोगों के संपर्क में था। पर्ची में जिनके-जिनके नाम और मोबाइल नंबर दर्ज हैं, उनके बारे में भी STF की ओर कुंडली को खंगाला जा रहा है।
यूपी में प्रयागराज के पास कौशांबी से गिरफ्तार Babbar Khalsa International Terrorist के बारे में DGP प्रशांत कुमार बता चुके हैं कि वह महाकुंभ में धमाके की साजिश को अंजाम देने के लिए यूपी पहुंचा था।
वह बसंत पंचमी पर ही यूपी आ गया था लेकिन यूपी STF समेत यूपी पुलिस की तमाम टीमों के पैनी घेराबंदी को देखते हुए वह महाकुंभ मेला स्थल की ओर नहीं बढ़ पाया था। हालांकि Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह दिल्ली से यूपी तक श्रद्धालुओं वाली बस में ही सवार होकर पहुंचा था।
उसके बाद वह अलग-अलग ठिकानों पर रुका। इस Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह की कुंडली खंगालने के क्रम में यूपी STF ने पाया है कि यह कई लोगों के संपर्क में था। पर्ची में जिनके-जिनके नाम और मोबाइल नंबर दर्ज हैं, उनके बारे में भी पता लगाया जा रहा है।
इस आतंकी के पास से पापुलर ट्रेवेल्स के बस का टिकट, होटल मेजबान लखनऊ का कार्ड, निजाम टूर एंड ट्रेवेल्स चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट कानपुर रोड का कार्ड भी पाया गया है।
Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह ने लखनऊ स्थित एक होटल में ठहरने और कुछ स्थानीय मददगारों से संपर्क किए जाने की बात स्वीकार की है।

कई शहरों के लोगों के संपर्क में रहा है गिरफ्तार लजर
यूपी STF ने छानबीन में यह तथ्य भी पाया है कि इस Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह के संपर्क में दिल्ली, लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद सहित कई अन्य शहर में रहने वाले कई लोग हैं।
Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह से कुछ लोग रेगुलर जुड़े हुए थे। उनसे यह Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह अलग-अलग बहाने से बात करते हुए जरूरी मदद मांगता था।
फिलहाल STF के साथ ही सुरक्षा एजेंसियों की टीम आतंकी लजर के स्थानीय मददगारों से लेकर उसके नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों के बारे में पता लगा रही हैं। लजर मसीह के मोबाइल और पर्ची में मिले नंबरों की कॉल डिटेल रिपोर्ट (CDR) भी निकलवाई जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि महाकुंभ में हमले की साजिश में और कितने लोग शामिल हो सकते हैं।
CDR आने के बाद आतंकी के नेटवर्क में रहने वाले करीबियों, सहयोगियों पर भी कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी है।
बीते गुरूवार को DGP प्रशांत कुमार ने बताया कि – ‘…गिरफ्तार आतंकी बब्बर खालसा का सक्रिय सदस्य है। पाकिस्तान और विदेशों में रहकर ये लगाकर काम कर रहा था। आतंकी ने अपना आधार कार्ड फर्जी पते के साथ गाजियाबाद का बनाया हुआ है।
…पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया हुआ था। अभी तक जो जानकारी हमारे पास है, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि यह गिरफ्तार आतंकी महाकुंभ में गड़बड़ी करने के लिए आया था।
…इस पर महाकुंभ में आतंकी घटना की साजिश रचने का भी आरोप है। इस आतंकी ने महाकुंभ में घटना को अंजाम देने के बाद पुर्तगाल भाग निकलने की प्लानिंग की हुई थी। हालांकि, वो अपने मंसूबे में सफल नहीं हो सका।

STF ने Babbar Khalsa International Terrorist को ऐसे दबोचा…
गत दिनों यूपी के पीलीभीत में छिपे आतंकियों की हुई गिरफ्तारी के बाद से उत्तर प्रदेश STF ने पंजाब पुलिस से इनपुट लेते हुए साझा ऑपरेशन पर जोर दे रखा ताकि यूपी में कोई भी आतंकी या अपराधी पनाह ना ले सके या ना छिप सके।
उसी क्रम में Babbar Khalsa International Terrorist लजर मसीह के बारे में इनपुट मिला। पता चला कि यह आतंकवादी 24 सितंबर 2024 को पंजाब में न्यायिक हिरासत से भाग गया था।
फिर इस Babbar Khalsa International के Terrorist की तलाश में मुखबिरी नेटवर्क एवं अन्य साक्ष्यों – गतिविधियों के आधार पर यूपी STF ने पंजाब पुलिस के साथ मिलकर साझे ऑपरेशन की तैयारी की। दोनों राज्यों की साझा टीमों ने गुरूवार तड़के 3.20 बजे ही कौशांबी जिला के कोखराज थाना क्षेत्र में चलाया।
बीते गुरुवार की सुबह पूरे मामले की पुष्टि करते हुए यूपी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (यूपी स्पेशल टास्क फोर्स, कानून व्यवस्था) अमिताभ यश ने की थी। यूपी STF के ADG अमिताभ यश ने बीते गुरूवार सुबह ही पुष्ट किया कि उपलब्ध जानकारी के अनुसार गिरफ्तार आतंकवादी बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के जर्मनी स्थित मॉड्यूल के प्रमुख स्वर्ण सिंह उर्फ जीवन फौजी के लिए काम करता है और पाकिस्तान स्थित आईएसआई के गुर्गों के साथ सीधे संपर्क में है।

बाद में ब्योरा देते हुए यूपी के DGP प्रशांत कुमार ने बताया कि – ‘गिरफ्तार आतंकी लजर मसीह पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार और मादक पादार्थ मंगाता था। इसके अलावा विदेशी हथियार भी मंगाता था। जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी का ISI के 3 एजेंटो के साथ संपर्क था। उन ISI एजेंटों से ये लगातार बातचीत किया करता था।

…महाकुंभ में आतंकी घटना को अंजाम देने की साजिश का इनपुट महाकुंभ शुरू होने के दौरान ही मिला था। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस है।
…उसी क्रम में तुरंत यूपी पुलिस की STF ने पड़ताल शुरू की तो तार पंजाब तक पहुंचे। तुरंत पंजाब पुलिस को भी इस ऑपरेशन में साझा किया गया और मजबूत निगरानी के चलते महाकुंभ के दौरान आतंकियों की तमाम प्लानिंग परवान नहीं चढ़ सकीं।
लगातार ठिकाना बदलते इस आतंकी को आखिरकार महाकुंभ के समापन के बाद कौशांबी से अब दबोच लिया गया है। पकड़ा तो ये लखनऊ या कानपुर से भी जा सकता था लेकिन कौशांबी में दबोच लिया गया।
…गिरफ्तार आतंकी के पास या उससे जब्त हुए मोबाइल से जो चीजें निकलकर आएंगी, अगर इनका कहीं कोई संबंध मिलता है तो तो हम आपसे जरूर साझा करेंगे…।’