रांची: रांची के लोगों में प्रयागराज के महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने का उत्साह चरम पर है। ट्रेन, प्लेन, बस और निजी वाहनों के माध्यम से हजारों भक्त प्रतिदिन प्रयागराज के लिए प्रस्थान कर रहे हैं। स्थिति यह है कि कुंभ स्पेशल ट्रेनों समेत रांची से होकर प्रयागराज या वाराणसी जाने वाली अन्य ट्रेनों में भी टिकट उपलब्ध नहीं हैं। शाही स्नान के लिए 29 जनवरी को स्टेशन पर भक्तों की खचाखच भीड़ देखी गई।
रेलवे ने कुंभ के लिए रांची से पांच विशेष ट्रेनें चलाई हैं। इसके अलावा 35 अन्य ट्रेनें रांची से प्रयागराज और वाराणसी होकर जाती हैं। लेकिन शाही स्नान के दिनों में सभी ट्रेनों में टिकटों की वेटिंग लिस्ट लंबी है। कुंभ स्पेशल ट्रेनों की उपलब्धता इस प्रकार है:
- भुवनेश्वर-टूंडला कुंभ मेला स्पेशल: 19 और 22 फरवरी को वाया मुरी।
- टिटिलागढ़-टूंडला कुंभ मेला स्पेशल: 20 और 27 फरवरी को वाया रांची।
- तिरुपति-बनारस कुंभ मेला स्पेशल: 8, 15 और 22 फरवरी को वाया रांची।
- नरसापुर-बनारस कुंभ मेला स्पेशल: 2 फरवरी को वाया रांची।
फ्लाइट की टिकटों की मांग इतनी अधिक है कि 26 फरवरी तक सीटें लगभग फुल हैं। दृष्टि ट्रैवल्स की संचालक डॉ. खुशबू अग्रवाल के अनुसार, प्रति दिन 50 से अधिक inquiries आ रही हैं। टिकट की कीमतें सामान्य से तीन गुना तक बढ़ गई हैं। 7,000 रुपए में मिलने वाली वाराणसी की फ्लाइट अब 17,000 से 21,000 रुपए तक में उपलब्ध है।
बस सेवाओं की स्थिति भी कुछ अलग नहीं है। रांची के खादगढ़ा बस स्टैंड से प्रयागराज और वाराणसी के लिए चलने वाली अधिकतर बसें फुल हैं। बस संचालकों ने किराया 500 रुपए तक बढ़ा दिया है। वर्तमान में प्रयागराज के लिए बस का किराया 2,000 से 2,500 रुपए के बीच है।
ट्रैवल एजेंट्स के मुताबिक, बढ़ती डिमांड के चलते कमर्शियल गाड़ियां सीमित संख्या में ही उपलब्ध हैं। डिजायर जैसी छोटी गाड़ी का किराया प्रयागराज के लिए 25,000 रुपए तक पहुंच गया है। झारखंड टूर एंड ट्रैवल एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरदीप सहाय ने कहा कि तत्काल टिकट बुकिंग के लिए भी एजेंटों की लंबी लाइनें लग रही हैं।
महाकुंभ की आस्था ने रांचीवासियों को कीमतों और असुविधाओं के बावजूद प्रयागराज जाने से नहीं रोका है। भक्त किसी भी माध्यम से कुंभ पहुंचने के लिए तैयार हैं, चाहे वह ट्रेन हो, फ्लाइट हो या बस। महाकुंभ का यह धार्मिक आयोजन 26 फरवरी तक चलेगा।