Ranchi : आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अंजाम दिए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के बहावलपुर में एक अहम सफलता मिली है। इस ऑपरेशन में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के परिवार के 14 सदस्यों की मौत हो गई है। इनमें से मसूद अजहर के 4 करीबी भी बताए जा रहे हैं।
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मारे गए लोगों में अजहर के करीबी रिश्तेदार, उसके विद्वान भांजे-भांजी, उनकी पत्नियां, और मासूम बच्चे शामिल हैं। इन सभी की मौत एक सटीक और सीमित लक्ष्यवद्ध हमले में हुई, जिसे सुरक्षा एजेंसियों ने गुप्त रूप से अंजाम दिया।
Big Breaking : “काश मैं भी मर जाता… मुझे क्यों छोड़ दिया गया?- मसूद अजहर
घटना के बाद मसूद अजहर पूरी तरह टूट गया है। सामने आए उसके एक कथित बयान में उसने कहा, “काश मैं भी मर जाता… मुझे क्यों छोड़ दिया गया?”। इस बयान से स्पष्ट है कि ऑपरेशन की गंभीरता और असर कितना गहरा था।
पीएम मोदी और भारतीय सेना को ठहराया जिम्मेदार
अजहर ने इस घटना के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय सेना को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि “बिज़ दिल मोदी” ने मासूमों, पर्दानशीन महिलाओं और बुजुर्गों को जानबूझकर निशाना बनाया। उसने इस कार्रवाई को “अमानवीय क्रूरता” करार दिया और कहा कि यह हर सीमा और हर नियम को लांघ चुका है।
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उसे इस भारी नुकसान के बावजूद कोई अफसोस या डर नहीं है। उसने कहा कि दिल बार-बार यह चाहता है कि वह भी अपने इन “खुशकिस्मत” परिजनों के साथ इस कारवां में शामिल होता, लेकिन अल्लाह से मुलाकात का समय तय है, उसे बदला नहीं जा सकता।
“जो गया, वह अल्लाह का ही था।”
घटना की भयावहता का जिक्र करते हुए अजहर ने बताया कि एक ही घर से सात से तीन साल की उम्र के चार बच्चे शहीद हुए हैं और उनके माता-पिता अब अकेले रह गए हैं। बयान में उसने इसे “ईश्वर की मर्जी” बताया और कहा कि “जो गया, वह अल्लाह का ही था।”
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अजहर ने ऐलान किया कि इस “हाई-प्रोफाइल कारवां” के जनाजे की नमाज आज शाम चार बजे बहावलपुर में अदा की जाएगी। उसने इसे “ईमान, सम्मान और क्षमा” का मौका बताते हुए लोगों से अपील की कि वे इस जनाजे में शामिल होकर अपना समर्थन और संवेदना प्रकट करें। यह बयान ऐसे समय आया है जब पाकिस्तान और भारत के बीच तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।
बताया जा रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर लंबे समय से योजना में था और इसमें खुफिया इनपुट के आधार पर बेहद सटीक कार्रवाई की गई। भारत की तरफ से हालांकि इस ऑपरेशन को लेकर आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मीडिया और खुफिया सूत्रों ने इस कार्रवाई की जानकारी दी है।