रांची: रांची के जमीन कारोबारी अवधेश यादव पर हुई गोलीबारी के मामले में, पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले मे पुलिस ने महिला सहित 12 लोगों को गिरफ्तार किया है.
सभी गिरफ्तार आरोपी अवधेश की हत्या की साजिश में शामिल थे. इस गोलीबारी के दौरान, अवधेश यादव को छह गोलियां मारी गई थी जिस से वह घायल हो गये थे.
अभी उनका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है जहां वह खतरे से बाहर बताये गये है। रांची के सिनियर एसपी चंदन सिन्हा ने बताया है कि उक्त घटना अवधेश यादव और चितरंजन के बीच ढाई एकड़ जमीन के विवाद के कारण अंजाम दिया गया था.
पहले चितरंजन और अवधेश एक साथ जमीन के काम में शामिल थे, लेकिन कांके के जगतपुरम स्थित जमीन के विवाद के बाद, दोनों में तनाव बढ़ गया. चितरंजन ने अवधेश की हत्या की साजिश बनाई, और उसकी पत्नी और बेटे को भी इसमें शामिल किया.
इसके कारण, इस मामले में उन तीनों को गिरफ्तार किया गया है.14 सितंबर को, अवधेश यादव पर फायरिंग हुई, जिसमें उन्हें गोलियां लगीं, लेकिन वह बच गये। अवधेश ने अपने बयान में चितरंजन पर इस हमले को लेकर आरोप लगाया था
जिसके बाद पुलिस ने गोलीबारी की साजिश में शामिल 12 लोगों को गिरफ्तार किया. इन गिरफ्तारियों में पंकज कुमार गुप्ता, नवाज अख्तर, मिनहाज अली, सरफराज आलम, ताहिर अंसारी, हर्ष कुमार, जगदेव प्रसाद वर्मा, अमन कुमार, सोनू कुमार सिंह, अंकित कुमार, बसंत अब्राहम, और अभिलाषा देवी शामिल हैं।
पुलिस ने छापेमारी के दौरान इन आरोपियों के पास चार हथियार और 16 मोबाइल फ़ोन भी जब्त किए हैं, मामले मे अभी भी पांच आरोपी फरार हैं, जिनमें दो गोली मारने वाले शूटर भी शामिल हैं।
मुख्य आरोपी भूमाफिया चितरंजन पटना बीउर जेल में पिछले 20 दिनों से बंद हैं, और पुलिस को पता चला है कि चितरंजन ने गोलीबारी की घटना को अंजाम दिलाने के लिए पहले अपने आप को पुलिस के पास सरेंडर करवाया था, और फिर उसने जेल से बाहर निकलकर अवधेश यादव को मारने की साजिश की। पुलिस ने इसके बाद चितरंजन के तीन महंगे वाहनों को भी जब्त किया है।