कोडरमा: झारखंड में बाल तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत कोडरमा आरपीएफ ने बड़ी सफलता हासिल की है। दिल्ली ले जाए जा रहे 14 नाबालिग बच्चों को रेलवे स्टेशन पर रेस्क्यू किया गया, जिन्हें बाल श्रम के लिए अवैध रूप से ले जाया जा रहा था। इस दौरान तस्करी गिरोह के दो सदस्य – संतोष मुसहर और उमेश मुसहर को गिरफ्तार किया गया है।
रेस्क्यू किए गए सभी बच्चे गिरिडीह जिले के मालडा गांव के रहने वाले हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इन बच्चों को दिल्ली के होटलों और घरों में मजदूरी कराने के उद्देश्य से ले जाया जा रहा था।
कोडरमा स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज पर जब आरपीएफ जवानों ने एक साथ इतने बच्चों को बैठा देखा, तो उन्हें शक हुआ। पूछताछ में बच्चों ने जो जानकारी दी, उसके आधार पर बाल तस्करी का यह बड़ा मामला उजागर हुआ।
आरपीएफ ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 14 फर्जी आधार कार्ड और दिल्ली के लिए 16 सामान्य श्रेणी के टिकट भी बरामद किए गए। यह भी सामने आया कि इन बच्चों को पहले गिरिडीह से एक रिजर्व पिकअप वैन में कोडरमा लाया गया था और फिर ट्रेन से दिल्ली भेजने की तैयारी थी।
रेस्क्यू किए गए बच्चों को चाइल्डलाइन के सुपुर्द कर दिया गया है और आरपीएफ ने गिरफ्तार तस्करों को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को सौंप दिया है। आगे की कार्रवाई जारी है।