Sarath: सारठ अंचल क्षेत्र में धान की फसलों को मोथा तूफान और खेतों में फैली सड़न जैसी बीमारियों के कारण भारी नुकसान हुआ है। इसका सीधा असर किसानों की आजीविका पर पड़ा है। इसी के चलते बड़ी संख्या में किसान अंचल कार्यालय पहुंचकर फसल नुकसान का आवेदन जमा कर रहे हैं।
मुआवजे के लिए अंचल कार्यालय में किसानों की भीड़:
बुधवार को कार्यालय परिसर में सुबह से ही किसानों की लंबी कतार लगी रही। किसानों का कहना है कि तूफान ने जहां धान की खड़ी फसल को झटका, वहीं खेतों में फैल रही बीमारियों ने बचे हुए धान और पुआल को भी नष्ट कर दिया। इससे उनकी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर होती जा रही है।
किसानों ने बताया कि अगर सरकार ने जल्द मुआवजा नहीं दिया गया तो आने वाले दिनों में उनका खेती-किसानी का आधार ही डगमगा सकता है। कई किसानों ने कहा कि इस साल की पूरी मेहनत बर्बाद हो चुकी है और हालात बेहद गंभीर हैं।
1500 किसानों ने मुआवजे के लिए लगाए आवेदनः
अंचलाधिकारी श्रीकृष्ण चंद्र सिंह मुंडा ने जानकारी दी कि अब तक करीब 1500 किसानों द्वारा आवेदन जमा किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सभी आवेदनों की जांच की जा रही है और रिपोर्ट तैयार होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्टः हरे कृष्ण मिश्र
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