रांची. सऊदी अरब में फंसे झारखंड के 45 मजदूरों का खाना-पीना अब समाप्त हो रहा है, भारतीय दूतावास ने तीन दिनों के लिए उन्हें खाना-पीना उपलब्ध कराया था, जो 19 दिसंबर को समाप्त हो रहा है.
मजदूरों से संपर्क कर रहे एनजीओ ह्यूमन एंड हेरीटेज केयर के संस्थापक अमरदीप ने बताया कि सात दिसंबर को मजदूरों ने वीडियो कॉल के माध्यम से कहा था कि 11 मई को सभी मजदूर कॉमर्शियल टेक्नोलॉजी के ट्रांसमिशन लाइन में काम करने कॉन्ट्रैक्ट पर सऊदी अरब गये थे.
इसके एवज में बतौर कमीशन 55 हजार रुपये का भुगतान करना पड़ा. काम के बदले लाइनमैन को 1500 रियाल, हेल्पर को 1100 रियाल के अलावा ओवरटाइम के लिए 750 रियाल और खाने-पीने के लिए अलग से 300 रियाल देने का आश्वासन मिला था.
पर सात महीना काम करवाकर कंपनी ने मात्र दो महीने की मजदूरी का भुगतान किया. शेष भुगतान के लिए टालमटोल रवैया अपना रही है. इसके बाद मजदूरों ने हड़ताल ने कर दी तो कंपनी ने उन्हें खाना-पीना देना बंद कर दिया.