डिजिटल डेस्क : Chamoli Avalanche में दबे 4 मजदूरों की मौत, 46 बचाए गए जबकि 5 की तलाश जारी। Chamoli Avalanche के बाद लगातार दूसरे दिन शनिवार को जारी रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान अपराह्न के समय देहरादून में सैन्य प्रवक्ता की ओर से जारी अपडेट में दुखद सूचना सामने आई है।
Highlights
Chamoli Avalanche में दबे 4 मजदूरों को गंभीर हालत में रेस्क्यू किया गया लेकिन उपचार शुरू होते ही उन्होंने दम तोड़ दिया। इस बीच रेस्क्यू कर लिए गए दबे 55 मजदूरों में से 46 मजदूर सुरक्षित हैं एवं उनका उपचार जारी है।
Chamoli Avalanche में दबने के बाद से लापता चल रहे 5 अन्य मजदूरों की तलाश में रेस्क्यू टीमें लगातार जुटी हुई हैं। बर्फ में फंसे मजदूरों को निकालने का काम तेजी से किया जा रहा है। अब तक 50 श्रमिक निकाले जा चुके हैं जिसमें कैजुअल्टी भी शामिल है।
इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान गौचर हवाई पट्टी को अलर्ट मोड पर रखा गया है। गौचर में प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, फायर की टीमें तैनात हैं।
Chamoli Avalanche के रेस्कयू का अपडेट…
भारत-चीन सीमा पर स्थित सीमांत जिले चमोली के बद्रीनाथ में सीमांत माणा गांव के पास बीते शुक्रवार को हुए भीषण Avalanche (हिमस्खलन) में फंसे और गुम हुए 55 मजदूरों में से 46 को रेस्क्यू ऑपरेशन में सुरक्षित बचा लिया गया है।
Chamoli Avalanche में फंसने वाले मजदूरों में से अब भी 5 बर्फ के भीतर दबे हुए हैं। बचाव अभियान अभी जारी है। सड़कें अवरुद्ध होने के कारण कुल 6 हेलिकॉप्टरों को लोगों को निकालने के लिए तैनात किया गया है।
देहरादून में रक्षा मंत्रालय के PRO लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव की ओर से जानकारी दी गई है कि –‘…अभी तक Chamoli Avalanche को लेकर जारी रेस्क्यू में सुरक्षित बचाए गए 46 में से 23 मजदूरों को जोशीमठ पहुंचाया जा चुका है।
…दुर्भाग्य से, Chamoli Avalanche की चपेट में आए 4 श्रमिकों की मौत हो गई है। 5 की तलाश जारी है। …घायलों को निकालने के लिए प्राथमिकता दी जा रही है। रेस्क्यू किए गए मजदूरों को हवाई मार्ग से जोशीमठ पहुंचाया जा रहा है।’

उत्तराखंड के Chamoli Avalanche पर यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि – ‘…उत्तराखंड सरकार वहां की घटना (हिमस्खलन) में फंसे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। …हम उत्तराखंड सरकार के साथ लगातार संपर्क में हैं। हम ईश्वर से उनकी सुरक्षित घर वापसी की प्रार्थना करते हैं। हम श्रमिकों के परिजनों के भी संपर्क में हैं।‘
उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन और पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि – ‘बद्रीनाथ धाम से 6 किलोमीटर आगे हुई भीषण हिमस्खलन की घटना में पहले 57 मजदूरों के फंसे होने की जानकारी मिली थी, लेकिन अब स्थानीय प्रशासन ने बताया है कि दो मजदूरों के छुट्टी पर होने के कारण मौके पर 55 मजदूर थे।’
इस बीच PM Modi ने CM पुष्कर सिंह धामी से फ़ोन पर बात कर जनपद चमोली के माणा में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली।
साथ ही PM Modi ने प्रदेश में हो रही बारिश और हिमपात की स्थिति पर भी विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान PM Modi ने केंद्र सरकार की ओर से किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हर संभव सहायता प्रदान किए जाने का आश्वासन दिया।

Chamoli Avalanche : रेस्क्यू किए गए मजदूरों से मिले CM पुष्कर सिंह धामी
सीएम धामी ने चार घंटे में दूसरी बार आपदा परिचालन केंद्र का दौरा किया। चमोली में हिमस्खलन और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। मुख्यमंत्री लगातार अपडेट ले रहे हैं। कहा कि हम प्रभावित परिवारों के साथ खड़े हैं।
चमोली के माणा में हुए हिमस्खलन को देखते हुए एसडीआरएफ मुख्यालय जौलीग्रांट से अलर्ट जारी करते हुए 3 हाई एल्टीट्यूट रेस्क्यू टीमों को जौलीग्रांट, सहस्रधारा और गोचर में तैनात किया गया। मौसम साफ होते ही टीमों ने हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू उपकरणों के साथ उड़ान भरी।
गोचर और सहस्रधारा में 8-8 लोगों की दो टीमों और जौलीग्रांट मुख्यालय में बटालियन की दस लोगों की एक टीम को तैनात किया गया है। इन टीमों को सेटेलाइट फोन और बर्फ में रेस्क्यू के लिए जरूरी उपकरणों के साथ तैनात किया गया है।
वहीं SDRF में अलर्ट जारी किया गया। यदि घायलों को एम्स ऋषिकेश लाया जाता है तो इसके लिए ढालवाला की टीम को अलर्ट पर रखा गया है।
पुलिस महानिदेशक रिधिम अग्रवाल ने कहा कि –‘हाई एल्टीट्यूट रेस्क्यू के लिए तीन टीमों को जरूरी उपकरणों के साथ तैनात किया गया। मौसम ठीक होने पर टीमें घटनास्थल के लिए रवाना हुई। टीम में दक्ष जवानों को भेजा गया है।’

Chamoli Avalanche : बचाए गए मजदूरों का गहन चिकित्सकीय निगरानी में उपचार जारी
इससे पहले शनिवार को आज मौसम खुलते ही माणा में रेस्क्यू शुरू किया गया। ज्योतिर्मठ से पहला हेली कुछ जवानों को लेकर रवाना हुआ। अब तक मिली जानकारी के अनुसार सुबह भारतीय सेना ने 17 और लोगों को बचाया है।
कुछ को गंभीर चोटें आई हैं, जिनका इलाज चल रहा है।बर्फ में फंसे एक और घायल मजदूर को ज्योर्तिमठ लाया गया है। अब 5 मजदूरों की तलाश जारी है। अब तक 46 मजदूर बचाए जा चुके हैं। बचाए गए सभी मजदूरों की हालत चिंताजनक बताई गई है।

सभी का वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम में गहन चिकित्सा जारी है। इस बीच भारत-चीन सीमा पर स्थित सीमांत जिले चमोली के माणा के पास भीषण हिमस्खलन में फंसे मजदूरों को निकालने का काम जारी है।
श्वेत मरुस्थल में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बचाने के लिए मौसम खुलते ही माणा में बचाव अभियान चल रहा है। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है ।
उम्मीद की जा रही है कि बाकी फंसे मजदूरों को भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। घटनास्थल से जो सूचनाएं मिल रही है, उनके मुताबिक, बाकी मजदूर एक कंटेनर में हैं, जो पूरी तरह से बर्फ से ढक चुका है।