रांची में डॉक्टर और रिटायर्ड अफसर से 8.35 करोड़ की साइबर ठगी, पुलिस ने आरोपी पवन गौर को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया, जांच जारी।
Ranchi Cyber Crime: रांची: राजधानी रांची में साइबर अपराधियों ने निवेश पर ऊंचे मुनाफे का झांसा देकर एक डॉक्टर और मर्चेंट नेवी के रिटायर अधिकारी से कुल 8.35 करोड़ रुपए की ठगी कर ली। इस हाई-प्रोफाइल साइबर फ्रॉड में पुलिस ने मध्यप्रदेश के सिवनी जिले से आरोपी पवन गौर को गिरफ्तार किया है।
साइबर अपराध थाना रांची की टीम ने सिवनी पुलिस की मदद से पवन गौर को उसके काहारी मुहल्ला, गुरुनानक वार्ड स्थित घर से गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसके पास से मोबाइल फोन, कई सिम कार्ड और वाट्सएप चैट जब्त किए हैं, जो ठगी में उपयोग किए गए थे।
Key Highlights:
रांची साइबर थाना की टीम ने 8.35 करोड़ की साइबर ठगी के आरोपी को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया।
आरोपी की पहचान पवन गौर, निवासी — सिवनी, मध्यप्रदेश के रूप में हुई।
आरोपी ने एक डॉक्टर से 3.75 करोड़ और पूर्व मर्चेंट नेवी अधिकारी से 4.60 करोड़ रुपए ठगे।
आरोपी फर्जी निवेश ऐप व WhatsApp ग्रुप के जरिये लोगों को झांसे में लेता था।
पुलिस ने आरोपी से मोबाइल, सिम कार्ड व चैट रिकॉर्ड बरामद किए।
दोनों पीड़ितों ने 10 सितंबर को अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
Ranchi Cyber Crime: डॉक्टर से 3.75 करोड़ की ठगी
सदर अस्पताल, रांची के एक एनेस्थेटिस्ट डॉक्टर ने 10 सितंबर को साइबर अपराध थाना में कांड संख्या 109/25 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
एफआईआर के अनुसार, उन्हें “Fyers Securities Pvt. Ltd.” नामक वॉट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जहां आकर्षक ट्रेडिंग ऑफर भेजे जाते थे।
उन्हें फर्जी ऐप “Fyers” डाउनलोड करने को कहा गया, जिसमें नकली मुनाफा दिखाया गया ताकि विश्वास पैदा हो।
इसके बाद डॉक्टर ने विभिन्न बैंक खातों में करीब 3.75 करोड़ रुपए ट्रांसफर कर दिए। जब उन्होंने पैसे निकालने की कोशिश की, तो पता चला कि पूरा सेटअप फर्जी था।
Ranchi Cyber Crime: रिटायर्ड मर्चेंट नेवी अफसर से 4.60 करोड़ की ठगी
दूसरे पीड़ित मर्चेंट नेवी के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। उन्हें फेसबुक पर “Nomura & GTPF” नाम से चल रहे एक निवेश विज्ञापन के जरिए झांसे में लिया गया।
उन्होंने भी 10 सितंबर को साइबर अपराध थाना में कांड संख्या 110/25 दर्ज कराई।
आरोपियों ने उन्हें लगातार उच्च रिटर्न का लालच देकर 4.60 करोड़ रुपए की ठगी कर ली।
Ranchi Cyber Crime: पुलिस जांच और आगे की कार्रवाई
रांची पुलिस ने बताया कि आरोपी पवन गौर के बैंक ट्रांजेक्शन और डिजिटल फुटप्रिंट की जांच की जा रही है।
संभावना है कि इस गिरोह के अन्य सदस्य देश के अलग-अलग राज्यों में सक्रिय हैं।
एसीपी साइबर थाना ने कहा कि पीड़ितों के पैसे ट्रेस करने और अन्य खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया जारी है।
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